Friday, November 15, 2024
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LAC पार करने के लिए चीन ने भेजी फ़ौज, भारतीय सेना ने दिया मुँहतोड़ जवाब: गलवान के बाद अब अरुणाचल के तवांग में संघर्ष, पूरी तैयारी के साथ आए थे चीनी

इस मामले में, न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि इस झड़प में 6 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी में भर्ती कराया गया है।

भारत-चीन सीमा (India China Conflict) पर एक बार फिर तनाव की स्थिति बन गई है। अरुणाचल प्रदेश सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच जोरदार झड़प हुई है। इस झड़प में चीनी सेना को अधिक नुकसान हुआ है। वहीं, भारतीय सेना के कुछ जवान भी घायल हुए हैं। चीन के साथ हुई झड़प को लेकर भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा है, “अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर में एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में अलग-अलग दावे वाले क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में दोनों पक्ष अपने दावे की सीमा तक पेट्रोलिंग करते हैं। 2006 से यही चला आ रहा है।”

भारतीयअ सेना ने बयान में जानकारी दी, “शुक्रवार (9 दिसंबर, 2022) को, चीनी सेना के सैनिकों ने तवांग सेक्टर में एलएसी को पार करने की कोशिश की। भारतीय सैनिकों ने दृढ़ता और मजबूती के साथ इसका मुकाबला किया। आमने-सामने की इस लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आईं हैं। हालाँकि, अब दोनों पक्ष पीछे हट गए हैं। घटना के बाद कार्रवाई के रूप में, क्षेत्र में भारतीय कमांडर ने शांति बहाल करने के लिए चीनी कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की है।”

वहीं, इस मामले में एएनआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिक आमने-सामने आ गए थे। भारतीय सेना ने चीनियों को करारा जवाब दिया है। घायल चीनी सैनिकों की संख्या भारतीय सैनिकों की तुलना में अधिक है। चीनी लगभग 300 सैनिकों के साथ पूरी तरह से तैयार होकर आए थे। हालाँकि, उन्हें भारतीय सेना के इस तरह से मुँहतोड़ जवाब देने की उम्मीद नहीं थी।

इस मामले में, न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि इस झड़प में 6 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए गुवाहाटी में भर्ती कराया गया है।

2020 में भी चीन ने की थी ऐसी ही हरकत

बता दें, साल 2020 में पूर्वी लद्दाख़ की गलवान घाटी में भारत-चीन सेना के बीच दो झड़प की खबर सामने आई थी। इमें पहली बार 21 मई, 2020 और फिर 15 जून, 2020 को चीनी सेना ने गलवान घाटी में भारतीय सेना को आँख दिखाई थी।

दोनों देशों के बीच 15 जून 2020 को हुई हाथपाई हिंसक झड़प में बदल गई थी। इस झड़प में कर्नल संतोष बाबू समेत भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के 38 जवान नदी में बह गए थे। जबकि, कई चीनी सैनिक बुरी तरह से घायल हुए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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