आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने बरेली रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी है। धमकी मुस्लिम क्षेत्र से कांवड़ यात्रा निकालने को लेकर दी गई है। बरेली स्टेशन मास्टर को पत्र लिखकर धमकी दी गई है। पत्र भेजने वाले ने खुद को इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) का एरिया कमांडर मुन्ने खां उर्फ मुल्ला बताया है।
पत्र में उसने मुस्लिम क्षेत्र में कांवड़ यात्रा निकालने पर जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी दी है। खत मिलने के बाद यहाँ बुधवार रात में आनन-फानन में जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी जवानों की गश्त तेज कर चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिला प्रशासन और सिविल पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। जिसके बाद शीर्ष प्रशासनिक अफसर, खुफिया विभाग के साथ सिविल पुलिस ने भी जंक्शन पर लगातार निरीक्षण और निगरानी शुरू कर दी है।
खतरनाक आंतकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कथित एरिया कमांडर ‘मुल्ला’ के बरेली जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी को लेकर पुलिस-प्रशासन काफी संजीदा है। गुरुवार को एडीजी अविनाश चंद्र जंक्शन पर निरीक्षण के लिए पहुँचे उन्होंने जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों को सुरक्षा में किसी तरीके की कोताही न बरतने के निर्देश दिए।
मुन्ने खाँ उर्फ मुल्ला, एरिया कमांडर, आइएम, बरेली मंडल के खत में लिखा है, “मैं एरिया कमांडर आइएम, रेलवे स्टेशन मास्टर को अवगत कराता हूँ कि मुसलमान क्षेत्र में कांवड़ यात्रा निकली तो जंक्शन को उड़ा दूँगा। अभी मैं शांति से काम चाहता हूँ। आप शासन-प्रशासन को अवगत करा देना।”
बता दें कि बरेली स्टेशन मास्टर के पास डाक के जरिए पहुँचे खत में दो मुहर लगी हैं। एक बरेली की मुहर है। वहीं, लिफाफे के अगले हिस्से पर डाक टिकट के साथ लगी मुहर साफ नहीं है। बावजूद इसके संबंधित जाँच अधिकारी टिकट और मुहर के जरिए डाक महकमे की मदद से यह पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं कि खत कहाँ से भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एडीजी, अविनाश चंद्र ने बताया कि धमकी भरे खत का सच पता किया जा रहा है। पुलिस सतर्क है। चेकिंग भी कराई जा रही है। अगर किसी की खुराफात है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
कथित रूप से आइएम के एरिया कमांडर मुल्ला के खत को लेकर आला अधिकारी संशय में हैं। वजह, खत में स्टेशन मास्टर बरेली को संबोधित करते हुए ‘सेवा में’ लिखा है। जानकार बताते हैं कि अमूमन आतंकी संगठन इस तरह के शब्द से संबोधित नहीं करते। बावजूद इसके पुलिस-प्रशासन या खुफिया विभाग कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।