जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में इस बार सीआरपीएफ कर्मियों को निशाना बनाया गया। गुरुवार (अक्टूबर 7, 2021) को मोंघल ब्रिज के पास 2 संदिग्ध एक बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ी से जा रहे थे, जब सुरक्षाबल ने उन्हें रोकना चाहा तो गाड़ी में बैठे दोनों लोगों ने उन पर फायरिंग की और उसके बाद वहाँ से गाड़ी नाका पार्टी की तरफ दौड़ा दी। जवानों को अपनी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके कारण गाड़ी में बैठे एक संदिग्ध की मौत हो गई और ड्राइवर वहाँ से भागने में सफल रहा।
CRPF troops at a naka party at Monghal Bridge in Anantnag tried to intercept a suspected vehicle without number plate but it rushed towards the naka party. Troops fired upon in self-defence & one person died. The driver managed to escape: Kashmir IG Vijay Kumar pic.twitter.com/A1CNgNpzqN
— ANI (@ANI) October 7, 2021
सुरक्षाबल, फरार ड्राइवर की खोज में जुटे हैं। फिलहाल उन्हें वो गाड़ी मिली है जिसे बिना नंबर प्लेट नाका पार्टी की ओर लाया गया। इसके फ्रंट पर लिखा है- “मुस्लिम फॉरएवर।” टीवी9 की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि गुरुवार को 40 जवानों ने मोंघल ब्रिज पर नाका लगाया। इस दौरान वहाँ से जाने वाली एक सिल्वर स्कॉर्पियों को रुकने के लिए कहा गया। लेकिन वो नियम तोड़ते हुए आगे बढ़ गया। इसी के बाद सीआरपीएफ ने फायरिंग की और एक संदिग्ध की मौत हो गई।
Troops fired upon in self-defence in which one person died. But the driver of the vehicle managed to escape from the spot. Identification & credentials of the deceased person are being verified. Probe underway: Jammu & Kashmir Police
— ANI (@ANI) October 7, 2021
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में आतंकी लगातार अपना खौफ दोबारा कायम करने की कोशिशों में जुटे हैं। इस बार उनके निशाने पर केवल कश्मीरी पंडित और हिंदू नहीं हैं, बल्कि इस बार वो सिखों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। गुरुवार की ही घटना है जब श्रीनगर के गवर्नमेंट ब्यॉज हायर सेकेंडरी स्कूल के अंदर घुसकर आतंकियों ने आईडी कार्ड देखने के बाद 2 शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी। इनकी पहचान स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद के रूप में हुई।
इससे पहले भी मंगलवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर तीन व्यक्तियों को मौत के घाट उतारा गया था। पहला हमला एक फार्मेसी कारोबारी के ऊपर हुआ था। दूसरा अटैक मदीन साहिब में एक स्ट्रीट हॉकर पर था और तीसरा हमला बांदीपोरा जिला में हुआ था, जहाँ आतंकियों ने एक आम नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि घाटी में जो आम नागरिकों पर हमले हो रहे हैं वो पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए किए जा रहे हैं। निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जा रहा है ताकि लोगों का आपस में भाईचारा खत्म हो सके। उन्होंने इन लगातार होते हमलों पर दुख जताया और बताया कि पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।