बांग्लादेश में तनाव के बीच पश्चिम बंगाल की सीमा पर BSF ने एक तस्कर को मार गिराया है। घटना मुस्लिम बहुल मालदा की है। तस्करों के एक समूह ने ‘सीमा सुरक्षा बल’ पर हमला कर दिया, जिसके बाद BSF ने भी जवाबी गोलीबारी की। उक्त तस्कर बांग्लादेशी है। सोमवार (12 अगस्त, 2024) को सुरक्षा एजेंसी ने खुद बयान जारी कर के इसकी जानकारी दी है। चाँदनी चक बॉर्डर आउटपोस्ट के पास की उक्त घटना है। एक बीएसएफ जवान ने पेट्रोलिंग के दौरान तस्करों को देखा था।
उक्त जवान जब सीमा के पास गश्त कर रहा था तब उसने 5-6 संदिग्धों के एक समूह को देखा जो अपने सिर पर कुछ सामान लेकर आ रहे थे। भारत की तरफ से ये बांग्लादेश में चीजें लेकर जा रहे थे। जवानों ने तुरंत पहचान लिया कि वो तस्कर हैं और उन्हें रुकने के लिए कहा। जवानों की बात को नज़रअंदाज़ करते हुए झाड़ियों के पीछे छिप कर इन तस्करों ने जवानों पर हमला बोल दिया। जवानों ने पहले 2 राउंड की फायरिंग आत्मरक्षा में की, क्योंकि तस्करों के पास खतरनाक धारदार हथियार थे।
BSF की गोलीबारी के बाद इन तस्करों ने अँधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठा आकर भागना शुरू कर दिया। वो वापस भारतीय सीमा के भीतर ही भागने लगे। इनमें से एक बांग्लादेशी तस्कर बुरी तरह घायल हो गया था और उसे एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान अब्दुल्लाह के रूप में हुई है। वो बांग्लादेश के छपाई नवाबगंज जिले के ऋषिपारा गाँव का रहने वाला है। वो कई दिनों से तस्करी में लिप्त था।
Bangladeshi Smuggler Abdullah shot dead by BSF at the Indo-Bangladesh Border pic.twitter.com/2DFgAhXZGf
— Sensei Kraken Zero (@YearOfTheKraken) August 12, 2024
BSF के पास विजन उपकरण थे, जिस कारण वो इन तस्करों को देख पाए। ये भी कहा जा रहा है कि जिस समूह को BSF ने देखा और जिसने जवानों पर हमला किया, वो अलग-अलग थे। जब कंपनी कमांडर ने आकर तलाशी अभियान चलाया तो बीड़ी के 6 बण्डल मिले। अब्दुल्लाह की मौत मुर्शिदाबाद स्थित महेसिल के अस्पताल में हुई है। बता दें कि बांग्लादेश में तख़्तापलट के बाद हिन्दुओं पर हमले की घटनाएँ बढ़ गई हैं। सीमा पर कई पीड़ित हिन्दू इकट्ठा हैं और बॉर्डर खोलने की माँग कर रहे हैं।