अलगाववादी यासीन मलिक को आज 2017 के आतंकी फंडिंग मामले में दिल्ली की राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में पेश किया गया है। जिसके बाद कोर्ट ने अलगाववादी यासीन मलिक की न्यायिक हिरासत को 23 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।
Delhi: National Investigation Agency (NIA) Special Court has extended the judicial custody of separatist Yasin Malik till 23rd October in a terror funding case of 2017. https://t.co/xjxgiPwhup
— ANI (@ANI) October 4, 2019
बता दें कि अलगाववादी यासीन मलिक के ख़िलाफ़ 2017 में टेरर फंडिंग का आरोप है। इसी मामले में कोर्ट ने उसकी न्यायिक हिरासत को 23 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। अलगाववादी यासीन मलिक को दिल्ली के तिहाड़ जेल में रखा गया है। जानकारी के अनुसार, इससे पहले तिहाड़ जेल प्रशासन ने मलिक को अदालत में पेश करने में असमर्थता ज़ाहिर की थी।
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने टेरर फंडिंग मामले में यासीन मलिक, आसिया अंदराबी, शब्बीर शाह, मसरत आलम और अन्य के खिलाफ सप्लिमेंट्री चार्जशीट दायर की थी।
National Investigation Agency has filed the supplementary charge-sheet against Yasin Malik, Shabir Shah, Asiya Andrabi, Masarat Alam and other Separatist leaders in the 2017 Jammu and Kashmir terror funding case. https://t.co/xjxgiPwhup
— ANI (@ANI) October 4, 2019
जाँच एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार, उन्हें सोशल मीडिया, फोन कॉल, बातचीत और विभन्न दस्तावेज़ों के रूप में नए सबूत मिले हैं। नए तथ्यों से पता चलता हैं कि जिन लोगों के नाम चार्जशीट में हैं उनका संबंध आतंकवादी हाफ़िज़ सईद और सैयद सलाउद्दीन से हैं।
The case involves Jama’at-ud-Da’wah (JuD) chief Hafiz Saeed, the mastermind of 2008 Mumbai terror attacks, besides separatist leaders, former MLA Engineer Sheikh Abdul Rashid has also been charge-sheeted. https://t.co/9zqe3SU0sd
— ANI (@ANI) October 4, 2019