73वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर जहाँ पूरा देश आज़ादी का जश्न मना रहा है, वहीं जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना के कैंप में भी इस जश्न को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सेना की उत्तरी कमांड के चीफ़ लेफ़्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने तिरंगा फहराया और जवानों को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएँ दी।
KUPWARA: Northern Army Commander Lieutenant General Ranbir Singh celebrates 73rd #IndiaIndependenceDay with troops. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/uJ1v8DaI8x
— ANI (@ANI) August 15, 2019
लेफ़्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने अपने संबोधन में जवानों से कहा,
“मैं आप सब को इस अवसर पर मुबारकबाद और शुभकामनाएँ देता हूँ। आज रक्षाबंधन का भी त्योहार है। आपको आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की शुभकामनाएँ।”
इस बीच उन्होंने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा, “पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से घुसपैठियों को खदेड़ने की कोशिश की जा रही है, घुसपैठ की ऐसी कोशिशों को संघर्ष विराम उल्लंघन का समर्थन मिला है। भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है और हम ऐसे सभी प्रयासों को विफल करने में सक्षम हैं।” उन्होंने इस बात पर ज़ोर देते हुए कहा कि भारतीय सेना पाकिस्तान के मंसूबों को कभी पूरा नहीं होने देगी।
Northern Army Commander Lt Gen Ranbir Singh: For the past few days, there have been attempts by Pakistan to push in infiltrators, such infiltration attempts have been supported by ceasefire violations. Indian Army is totally alert & we have been able to foil all such attempts. pic.twitter.com/8Nzs0l4tr0
— ANI (@ANI) August 15, 2019
जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,
“अभी तक आपने सब कुछ अच्छे तरीक़े से संभाला हुआ है, आपका आर्मी कमांडर होने के नाते मुझे आप सभी पर गर्व है, जो भी चुनौती हमारे सामने आएगी हम उस पर अच्छी तरह से फ़तह पाएँगे।”
अनुच्छेद-370 को हटाए जाने पर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह का कहना है कि इससे राज्य में अलगाववाद और आतंकवाद को बढ़ावा मिला है। साथ ही उन्होंने कहा कि वो कश्मीर की आवाम को धन्यवाद देना चाहेंगे क्योंकि सभी ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर यह बात मुमकिन की है कि जम्मू-कश्मीर में शांति का माहौल बना रहे। ग़ौरतलब है कि पाकिस्तान की यह बौखलाहट जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बाद और बढ़ गई है, क्योंकि कश्मीर मुद्दे पर एक के बाद एक कई देशों से उसके हाथों मायूसी ही लग रही है।