Sunday, March 23, 2025
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पाकिस्तानी शेख गुलजार गिरफ्तार: 11 साल से रह रहा था भारत में, साथ में बीवी और 5 बच्चे भी

11 साल तक चुपचाप रहा। शादी की, बच्चे पैदा किया। आधार-वोटर आईडी वगैरह सब बनवा ली। पासपोर्ट भी। लेकिन पाकिस्तान में अपने परिवार से संपर्क करने के लिए खरीद लिया एक फोन और... इसी फोन ने खोल दी पोल!

आंध्र प्रदेश से एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। वह पिछले 11 सालों से यहाँ रह रहा था। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान शेख गुलजार खान के रूप में हुई है। वह आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के गाडीवमुला गाँव में एक चित्रकार के रूप में अपनी आजीविका चला रहा था। उसे 3 दिसंबर को सिकंदराबाद से गिरफ्तार किया गया। जानकारी के मुताबिक वह अपनी बीबी और पाँच बच्चों के साथ अपने घर लौटने की कोशिश कर रहा था। 

पुलिस ने बताया कि वह पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के हडमरला के कुल्लूवाल गाँव से है। बताया जा रहा है कि उसके पास वैध दस्तावेज न होने के कारण उसे जनवरी 2008 में दुबई से निकाल दिया गया था। उस समय गुलजार ने तब दावा किया था कि वह भारत का मूल निवासी है, जिसके बाद उसे यहाँ भेज दिया गया था।

भारत आने के बाद वो मुंबई में काम करने लगा। फिर उसने कुरनूल की रहने वाली दौलत बी के साथ निकाह कर लिया। दौलत बी पहले से ही शादीशुदा थी। पहले निकाह से उसे एक बच्चा था। बाद में गुलजार और दौलत के चार बच्चे हुए। वो लोग वहाँ पर किराए पर रहते थे। गुलजार ने किसी से भी अपनी पहचान उजागर नहीं की और अपनी मूल पहचान का खुलासा किए बिना गुलजार ने अपने और अपने परिवार के लिए आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड प्राप्त करने में कामयाब रहा। इसके अलावा 21 नवंबर को उसने विजयवाड़ा में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट प्राप्त करने में भी सफल रहा।

बता दें कि वह 6 महीने पहले खुफिया एजेंसी के रडार पर आया था, जब उसने पाकिस्तान में रह रहे अपने परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के लिए एक एंड्रॉइड मोबाइल फोन खरीदा था। पुलिस ने बताया कि किसी तरह वह पड़ोसी देश स्थित कुल्लूवाल में एक कपड़ा व्यापारी से संपर्क करने में कामयाब रहा, जिसने उसे अपनी 70 वर्षीय अम्मी शरीफबी से संपर्क करने में मदद की। इसके बाद खान लगातार अपने भाई शहजाद, बहन जमीला और बहनोई अर्सलान के साथ बात कर रहे थे, जो दुबई में रहते हैं।

जानकारी के मुताबिक गुलजार के कॉल डिटेल से पाकिस्तान से लिंक होने का संकेत मिला था। इसके बाद तेलंगाना पुलिस के सीआई सेल द्वारा खान को निगरानी में रखा गया था और फिर 4 नवंबर को उसे हिरासत में लिया गया था।

द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार पासपोर्ट हासिल करने के बाद गुलजार ने करतारपुर तीर्थयात्री होने की आड़ में अपने परिवार के साथ पाकिस्तान जाने की योजना बनाई थी। मगर गुलजार की बीबी दौलत के भाई नसीब ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया। नसीब को शक हुआ कि उसकी बहन और बच्चों को पाकिस्तान ले जाया जा रहा है। जिसके बाद उसने कुरनूल रेलवे पुलिस को सूचित किया। हालाँकि, पुलिस त्वरित कार्रवाई करने में विफल रही, लेकिन फिर बाद में उसे 3 दिसंबर को सिकंदराबाद से गिरफ्तार कर लिया गया।

गुलजार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, विदेशियों विषयक अधिनियम-1946, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम और विशेष जाँच दल के पासपोर्ट की धारा 3 अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसकी बीबी और बच्चों को उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया। जबकि खान को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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