जम्मू-कश्मीर में गुरुवार (15 सितंबर 2022) को जवानों ने आतंकियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। खबर है कि सुरक्षाबलों ने रियासी जिले में एक ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ को गिरफ्तार किया है। वहीं, आतंकी के ठिकाने से जवानों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद और नकदी बरामद की है। ये किसी हमले को अंजाम देने की कोशिश कर रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार को सुरक्षा बलों ने बल-अंगराला के निवासी जफर इकबाल नामक ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ को गिरफ्तार कर एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। इसकी गिरफ़्तारी की जानकारी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साझा की है। पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आतंकी सुरक्षा बलों के हाथों राजौरी जिले में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी मोहम्मद इसहाक का भाई है।
पुलिस के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने आतंकी जफर इकबाल के ठिकाने से हथियार, गोला-बारूद और 1,81,000 रुपये की नगदी भी जब्त की हैं, जिसका इस्तेमाल ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ इकबाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए करने वाला था। बता दें कि “हाइब्रिड आतंकवादी” गैर-सूचीबद्ध कट्टरपंथी लोग होते हैं, जो स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं और हमलों को अंजाम देकर आम जीवन में घुल-मिल जाते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह भी बताया कि महोर थाने को सूचना मिली थी कि जफर इकबाल पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों के लीडर के संपर्क में है। इस सूचना के आधार पर स्टेट पुलिस, राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीमों ने अंगराला जंगल में एक संयुक्त अभियान शुरू किया था। वहीं इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को इलाके में एक ठिकाने से दो पिस्तौल, चार मैगजीन, 22 कारतूस, एक ग्रेनेड और 1.81 लाख रुपए बरामद किया गया है।
इस मामले में रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमित गुप्ता ने कहा कि रियासी जिले के शांति-प्रिय लोग पहले से ही आतंकवाद को खारिज चुके हैं और इस क्षेत्र में आतंकियों की कोई भी कोशिश कामयाब नहीं होने वाली है। उन्होंने बताया कि रियासी का रहने वाला इकबाल का एक रिश्तेदार पाकिस्तान में रहता है। इसका नाम अब्दुल राशिद बताया जा रहा है और आतंकवादी समूहों के साथ वो काम भी करता है।