जम्मू के एयरपोर्ट में रविवार (27 जून 2021) को दो बड़े विस्फोट हुए। इससे वहाँ अफरा-तफरी मच गई। देर रात करीब 2 बजे हुए इस धमाके के बाद बम डिस्पोजल स्क्वाड और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँच गई।
इलाके को सील कर जाँच शुरू कर दी गई है। हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है। शुरुआती जाँच में माना जा रहा है कि ऐसा करके पाकिस्तान ने 2016 में हुए पंजाब के पठानकोट हमले को दोहराने की कोशिश की है।
पहले विस्फोट के कारण हवाईअड्डे के तकनीकी क्षेत्र में एक इमारत की छत गिर गई। धमाका इतना तेज था कि इसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई। दूसरा विस्फोट जमीन पर हुआ। न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से इस विस्फोट में दो लोगों के घायल होने का दावा किया है।
Jammu and Kashmir: Explosion heard inside Jammu airport’s technical area; forensic team reaches the spot
— ANI (@ANI) June 27, 2021
Details awaited pic.twitter.com/duWctZvCNx
न्यूज 18 की रिपोर्ट से उलट रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू वायु सेना अड्डे में धमाके से कोई जवान हताहत नहीं हुआ है और न ही कोई साजो-सामान की हानि हुई है। मामले की जाँच चल रही है।
इस मामले में एयरफोर्स ने ट्वीट किया, “जम्मू एयर फोर्स स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में रविवार (27 जून 2021) की सुबह दो कम तीव्रता वाले विस्फोट की सूचना मिली। पहले विस्फोट से एक इमारत की छत को मामूली क्षति हुई है, जबकि दूसरा खुले क्षेत्र में हुआ।”
There was no damage to any equipment. Investigation is in progress along with civil agencies.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) June 27, 2021
दो आतंकी भी गिरफ्तार
रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को गिरफ्ताऱ किया है। इसमें से एक के पास से 4.7 किलो आईई़डी मिला है। एक आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है।
पठानकोट हमले को दोहराने की साजिश
रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती जाँच से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आतंकी 2016 में हुए पठानकोट हमले को जम्मू में दोहराना चाहते थे। गौरतलब है कि 2016 में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर आत्मघाती हमला किया था। इसके बाद 36 घंटे तक चले एनकाउंटर के बाद 5 आतंकियों को ढेर कर दिया गया था। उस दौरान तीन जवान भी बलिदान हुए थे।