10 नवंबर 2018 को अलवर जिले के रहने वाले उमर खान गो-तस्करी के शक़ में मॉब लिचिंग का शिकार हो गए थे। गोविंदगढ़ थाने में दर्ज़ मुक़दमे के मुताबिक उमर पिकअप वैन में 6 गाय व बछड़े लेकर अपने दो अन्य साथियों के साथ पकड़े गए थे। इसके बाद भीड़ ने गो-तस्करी के शक में उमर को लिंच कर दिया था।
भीड़ द्वारा उमर को मारे जाने के बाद देश भर में राजस्थान व केंद्र की भाजपा सरकार पर सवाल खड़ा किया जाने लगा था। लेकिन, उमर की मॉब लिंचिंग के ठीक तीन महीने बाद उसके बेटे मकसूद खान को राजस्थान की पुलिस ने गो-तस्करी के जुर्म में गिरफ़्तार किया है। हालाँकि अब कॉन्ग्रेस इस मुद्दे को राजनैतिक रंग नहीं दे पाएगी क्योंकि वर्तमान समय में राजस्थान में कॉन्ग्रेस की ही सरकार है।
गो-तस्करी के आरोप में मकसूद के अलावा 6 अन्य लोगों की भी गिरफ़्तारी हुई है। पुलिस ने मकसूद खान पर यह आरोप लगाया है कि वह ट्रक के पीछे टैंकर में भरकर गायों की तस्करी करता था।
अलवर जिले की खड़ली पुलिस ने राजस्थान-हरियाणा बार्डर पर गो-तस्करी, पुलिस पर फ़ायरिंग, वाहनों की लूट, पुलिस पर हमला करने के जुर्म में सभी 6 पर मुकदमा दर्ज़ कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपितों के पास से 315 बोर का कट्टा, 9 जिंदा कारतूस, स्विफ्ट डिजायर कार व अंग्रजी शराब के 40 बोतल (175 ml) मौके पर से जब्त किया है।