Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश-समाजमध्य प्रदेश में अब RSS कार्यकर्ता की हत्या, 9 दिनों में 6 मर्डर से...

मध्य प्रदेश में अब RSS कार्यकर्ता की हत्या, 9 दिनों में 6 मर्डर से संघ-BJP में रोष

गला काटने के बाद पहचान मिटाने के लिए चेहरे को जला दिया गया, इससे आप हत्या की बेरहमी का अंदाज़ा लगा सकते हैं।

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में आरएसएस के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। शिवपुर मंडल के पूर्व कार्यवाह हिम्मत पाटीदार की लाश बुधवार को उनके खेत के पास मिली। गला काटने के बाद पहचान मिटाने के लिए चेहरे को जला दिया गया, इससे आप हत्या की बेरहमी का अंदाज़ा लगा सकते हैं।

राज्य में कॉन्ग्रेस की कमलनाथ सरकार आने के बाद से राजनीतिक हत्याओं का जो सिलसिला शुरू हुआ है, वो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। इन हत्याओं से भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अब संघ के स्वयंसेवकों तक में गुस्सा फैल गया।

रतलाम के बीजेपी विधायक दिलीप मकवाना ने कमलनाथ सरकार पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि जब से कॉन्ग्रेस सत्ता में आई है, तब से बीजेपी और उससे जुड़े लोगों को टारगेट किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने इस पर वही घिसी-पिटी प्रतिक्रिया दी, “अपराधी को पकड़ना और कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।”

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में राजनीतिक हत्याओं का यह दौर 16 जनवरी से शुरू हुआ था। इन हत्याओं का ये रहा रिकॉर्ड:

  • 16 जनवरी (बुधवार) – इंदौर में कारोबारी और भाजपा नेता संदीप अग्रवाल को सरेआम गोलियों से भून दिया गया था।
  • 17 जनवरी (गुरुवार) – मंदसौर नगर पालिका के दो बार अध्यक्ष रहे भाजपा नेता प्रहलाद बंधवार की सरे बाजार गोली मारकर हत्या कर दी गई।
  • 20 जनवरी (रव‍िवार) – गुना में परमाल कुशवाह को गोली मारी गई। परमाल भारतीय जनता पार्टी के पालक संयोजक शिवराम कुशवाह के रिश्तेदार थे।
  • 20 जनवरी (रव‍िवार) – बड़वानी में भाजपा के मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को पत्थरों से कुचलकर बेरहमी से मार डाला गया।
  • 21 जनवरी (सोमवार) – ग्वालियर भाजपा के ग्रामीण जिला मंत्री नरेंद्र रावत के भाई छतरपाल सिंह रावत की लाश मिली। छतरपाल सिंह रावत खुद भी भाजपा कार्यकर्ता थे।
  • 24 जनवरी (बुधवार) – आरएसएस कार्यकर्ता और शिवपुर मंडल के पूर्व कार्यवाह हिम्मत पाटीदार की लाश उनके खेत से मिली।
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मणिपुर में बिहार के लोगों से हफ्ता वसूली, हिंसा के लिए महिला ब्रिगेड: रिपोर्ट से कुकी संगठनों की साजिश उजागर, दंगाइयों को छुड़ाकर भी...

मणिपुर में हिंसा फैलाने के लम्बी चौड़ी साजिश रची गई थी। इसके लिए कुकी आतंकी संगठनों ने महिला ब्रिगेड तैयार की।

404 एकड़ जमीन, बसे हैं 600 हिंदू-ईसाई परिवार: उजाड़ना चाहता है वक्फ बोर्ड, जानिए क्या है केरल का मुनम्बम भूमि विवाद जिसे केंद्रीय मंत्री...

एर्नाकुलम जिले के मुनम्बम के तटीय क्षेत्र में वक्फ भूमि विवाद करीब 404 एकड़ जमीन का है। इस जमीन पर मुख्य रूप से लैटिन कैथोलिक समुदाय के ईसाई और पिछड़े वर्गों के हिंदू परिवार बसे हुए हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -