केरल के एर्नाकुलम में समाचार चैनल एशियानेट के ऑफिस पर हमला हुआ है। हमले का आरोप वामपंथी विचारधारा की SFI (स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया) के कार्यकर्ताओं पर लगा है। इस हमले के दौरान कार्यालय में घुसे हमलावरों ने न सिर्फ सुरक्षाकर्मियों और पत्रकारों को धमकी दी बल्कि नारेबाजी भी की। हंगामे के दौरान न्यूज़ चैनल में कामकाज रुक गया था। घटना शुक्रवार (3 मार्च 2023) की है जिसमें पुलिस केस ने दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। कुछ आरोपितों में हिरासत में लिए जाने की सूचना है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला एक यौन उत्पीड़न से जुडी खबर को ले कर था। पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया है कि घटना के दिन रात लगभग 8 बजे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी छात्र शाखा (SFI) के दर्जनों छात्र एशियानेट चैनल के एर्नाकुलम ऑफिस में घुस गए। जब गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तब आरोपितों ने नारेबाजी की। बाद में SFI के सभी छात्र सुरक्षाकर्मियों को धक्का दे कर घुस गए। आरोप है कि SFI कार्यकर्ताओं ने अंदर घुस कर मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी की।
एशियानेट द्वारा पुलिस में सत्ताधारी माकपा की छात्र शाखा एसएफआई के लगभग 30 कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। हालाँकि SFI ने अपनी करतूत को सही ठहराने की कोशिश की है। उनका आरोप है कि एशियानेट ने उत्तरी केरल के एक स्कूल में 10 से अधिक छात्राओं के कथित यौन उत्पीड़न के बारे में एक नाबालिग लड़की का उपयोग करके कथित रूप से फर्जी खबर चलाई थी। SFI कार्यकर्ताओं के मुताबिक इस समाचार के विरोध में उन्होंने मीडिया हाउस के कोच्चि कार्यालय तक मार्च का आयोजन किया था।
A group of 35 SFI activists attacked #Asianet news office in Ernakulam after they barged inside the office and threatened to stop the operations.
— TIMES NOW (@TimesNow) March 4, 2023
SFI alleged that the media house is ‘crossing the limits and is forgetting the media ethics’.
Vivek joins @anchoramitaw with details pic.twitter.com/vN5OISRWmD
आरोपितों पर IPC की धारा 147, 143 और 149 के तहत कार्रवाई की गई है। फ़िलहाल अभी तक किसी गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं है। इस घटना के विरोध में स्थानीय पत्रकारों ने विरोध जताया है और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भारत में BBC पर हुई कार्रवाई के दौरान वामपंथियों ने हंगामा किया था। तब उन्होंने इस पत्रकारिता पर हमला बताया था। इस बार खुद उन्ही वामपंथियों पर ही एक नेशनल चैनल पर हमले का आरोप लगा है।