आकार पटेल ने चीन के बजाए भाजपा को देश का दुश्मन बताते हुए कहा है कि उन्हें भारत माता की परवाह नहीं है। चीन की सेना के साथ लद्दाख सीमा क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प के बाद आकार पटेल की तरह ही कई भारतीय ‘बुद्धिजीवियों’ ने अब चीनी सेना द्वारा बरती जाने वाली बर्बरता पर आंखें मूँद लेने का फैसला ले लिया है। साथ ही, वह अब सत्तारूढ़ भाजपा को देश का सबसे बड़ा दुश्मन बताने में व्यस्त हैं।
भारत और चीन के बीच चल रहे गतिरोध के बीच एमनेस्टी इंडिया के पूर्व प्रमुख आकार पटेल ने ट्विटर पर कहा कि देश का दुश्मन भाजपा है, ना कि चीन। आकार पटेल ने दावा किया है कि उन्हें जनसंघ या भाजपा के मूल दस्तावेज में चीन का कोई संदर्भ नहीं मिला। हालाँकि, उन्होंने कहा कि उन्हें इसमें भारत में रह रहे समुदाय विशेष के देश का दुश्मन होने के कई संदर्भ मिले हैं।
विवादास्पद एक्टिविस्ट ने सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ गंभीर दावे किए हैं और आरोप लगाया है कि भाजपा देश के समुदाय विशेष से घृणा करती है।
आकार पटेल ने ट्वीट में लिखा है – “भाजपा के लिए चीन कभी भी दुश्मन नहीं था, ना ही है। जब तक वो उन भारतीयों को ‘ठीक’ कर सकते हैं, जिनसे कि वो नफरत करते हैं, तब तक उन्हें इसकी परवाह नहीं कि भारत माता के साथ क्या हो रहा है।”
पटेल ने कहा कि चीन सिर्फ एक प्रतिद्वंद्वी है, जिसके रणनीतिक उद्देश्य हैं। आकर पटेल के अनुसार, चीन हमें आंतरिक रूप से नष्ट करने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन भाजपा कर रही है।
ऐसे समय में, जब पूरा देश चीन के खिलाफ एकजुट है, आकार पटेल जैसे व्यक्ति, जिन्होंने अक्सर भारत के हितों के खिलाफ काम किया है, अपने स्वयं के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने में व्यस्त हैं।
विवादों को लेकर चर्चा में हैं आकार पटेल
हाल ही में आकार पटेल के खिलाफ में बेंगलुरु के जेसी नगर पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर नागराजा डीआर द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें पटेल पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने पूरे भारत में अमेरिका की तरह के विरोध-प्रदर्शन आयोजित करने के लिए अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को भड़काने और उकसाने की कोशिश की।
दरअसल, 31 मई को आकार पटेल ने कोलोराडो टाइम्स रिकॉर्डर के एक ट्वीट के हवाले से एक ट्वीट किया था, जिसमें अमेरिका में विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों का एक वीडियो शेयर किया गया था। इस वीडियो के साथ ट्वीट में आकार पटेल ने लिखा था कि भारत के समुदाय विशेष, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और गरीबों को भी इनकी तरह विरोध-प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। इसे दुनिया देखेगी। प्रदर्शन करना भी एक कला है।
नागराजा द्वारा पुलिस में की गई शिकायत में कहा गया कि पटेल ने अल्पसंख्यकों, पिछड़ों, गरीबों और महिलाओं से आह्वान किया कि वे वीडियो में देखे गए लोगों की तरह विरोध-प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने पटेल के ट्वीट पर आपत्ति भी जताई थी।