साल 2017 में बॉलीवुड प्रोड्यूसर, सोशल मीडिया पर फिल्म क्रिटिक और ‘देशद्रोही’ फिल्म के लीड अभिनेता कमाल आर खान, जिन्हें केआरके के नाम से भी जाना जाता है, ने ट्विटर को क़ानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी। उन्होंने यह चेतावनी तब दी जब माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ने उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया था। कारण क्या था? कि उन्होंने अभिनेता अजय देवगन की उस समय रिलीज़ हुई फिल्म ‘शिवाय’ को खराब रिव्यु दिया था।
और केआरके केवल चेतवानी भर दे कर रुक गए हों, ऐसा भी नहीं हुआ। एक बॉलीवुड न्यूज़ कवर करने वाले पोर्टल ने उस समय ट्वीट किया कि केआरके ने सच में ट्विटर, ट्विटर इंडिया और ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी को अदालती नोटिस भेज भी दिया। उस ट्वीट में नोटिस की फोटो भी थी।
Today, KRK has sent Legal notice to @TwitterIndia @Twitter @jack pic.twitter.com/I7hOlP0Lj3
— BollywoodKiNews (@BollywoodKiNews) November 29, 2017
उस नोटिस में केआरके ने लिखा था कि उनका ट्विटर अकाउंट इस तरह से सस्पेंड किए जाने ने उन्हें काफी मानसिक पीड़ा पहुँचाई है। उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि उन्होंने इस अकाउंट सस्पेंशन को लेकर आत्महत्या की भी धमकी दी थी। ट्विटर ने उनका अकाउंट 1 महीने बाद लौटाया था।
और इस घटना के लगभग दो साल बाद फिर से एक भारतीय नागरिक ट्विटर को अदालत में घसीटने के लिए कमर कस कर तैयार खड़ा है। कारण यही है- अकाउंट गलत तरीके से सस्पेंड कर देना। द प्रिंट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के वकील संजय हेगड़े ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर को अदालत के चक्कर लगवाने का निर्णय लिया है। हेगड़े ट्विटर से इतने ज़्यादा ख़फ़ा हैं कि अगर ज़रूरत पड़े तो वे ट्विटर को अंतरराष्ट्रीय अदालत में भी घसीटने के लिए तैयार हैं।
हेगड़े का अकाउंट पिछले हफ्ते (27 अक्टूबर, 2019 से 2 नवंबर, 2019) सस्पेंड कर दिया गया था। इसके पीछे कारण बताया गया कि उन्होंने ट्विटर के नियमों का कथित तौर पर उल्लंघन किया है। उन्होंने ट्विटर से अपना अकाउंट फिर से चालू करने (रिस्टोर करने) की अपील भी की। लेकिन आज ही सुबह (5 नवंबर, 2019 को) ट्विटर ने उनका अकाउंट रिस्टोर करने से साफ़ इंकार कर दिया।
इस जवाब में कहा गया है कि उनकी प्रोफाइल में ट्विटर को ‘नफरत से भरा’ (हेटफुल) और संवेदनशील (सेंसिटिव) कंटेंट मिला है। यह ट्विटर को इस प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों को ‘सुरक्षित’ महसूस कराने में आड़े आता है।
हेगड़े ने प्रिंट को बताया कि अब उनके पास किसी दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जाने के अलावा और कोई चारा नहीं है, और वे ट्विटर को अदालत ले जाएँगे। उनका अकाउंट एक नहीं, कई-कई बार सस्पेंड हो चुका है। अक्टूबर में उन पर नाज़ी विरोध की तस्वीर अपने हेडर पर होने का आरोप लगाया ट्विटर ने और अकाउंट तब तक के लिए सस्पेंड रखा, जब तक वे उसे हटा न लें। उसके अगले ही दिन उन्हें 2017 की एक कविता शेयर करने के लिए फिर से सस्पेंड कर दिया गया।