सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता रविंद्र सिंह (BJP leader Ravindra Singh) का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसमें वह नवरात्रि के दौरान एक मुस्लिम इलाके में चिकन की दुकानों को बंद करवाते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो पश्चिम दिल्ली के विनोद नगर में मंडावली फजलपुर इलाके का है।
वायरल वीडियो में बीजेपी नेता को पुलिस और अन्य लोगों के साथ देखा जा सकता है। इसमें सिंह मीट की दुकानों के मालिकों से कह रहे हैं, “अभी नवरात्रि का समय है। इस समय मीट की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। सभी दुकानदार अपनी दुकानों को बंद रखें। नवरात्रि में मीट की कोई भी दुकान नहीं खुलेगी।” इसके बाद एक दुकानकार अपनी दुकान का शटर बंद कर देता है। थोड़ा आगे जाने के बाद बीजेपी नेता अन्य दुकानदारों से कहते हैं कि आप नवरात्रि को छोड़कर साल भर अपनी दुकानें खोल सकते हैं।
Chicken shops in the Muslim locality of Mandawali Fazalpur in Vinod Nagar West, Delhi, have been shut down by BJP leader Ravindra Singh in honour of Navratri. pic.twitter.com/OZcIj5cfRj
— Meer Faisal (@meerfaisal01) March 28, 2023
सोशल मीडिया पर जहाँ कुछ लोग इस कदम की सराहना कर रहे हैं। वहीं, कट्टरपंथी मुस्लिम और वामपंथी पत्रकार बीजेपी नेता पर निशाना साध रहे हैं। वामपंथी पत्रकार विनोद कापड़ी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “क्या ये आदमी दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर है? अगर नहीं है तो पुलिस इसकी गुंडागर्दी पर कार्रवाई करके दिखाइए।” इस ट्वीट में विनोद कापड़ी ने सीपी पुलिस और दिल्ली पुलिस को टैग भी किया है।
क्या ये आदमी @DelhiPolice का नया कमिश्नर है @CPDelhi ? अगर नहीं है तो इसकी गुंडागर्दी पर कार्रवाई करके दिखाइए। https://t.co/4f2g1hlviL
— Vinod Kapri (@vinodkapri) March 28, 2023
विनोद कापड़ी को जवाब देते हुए सुधीर चतुर्वेदी ने लिखा, “क्या गलत है इसमें। आदेश के तहत नवरात्रों में मांस का व्यापार अगर नौ दिन नहीं चलेगा, तो कौन सी आफत आ जाएगी। हिन्दू दुकानदार भी तो मुस्लिम त्योहारों में अपनी दुकानें बंद कर लेते हैं। वैसे भी निवेदन के साथ आदेश का पालन करवाया जा रहा है।”
क्या गलत है इसमें। आदेश के तहत नवरात्रों में मांस का व्यापार अगर नौ दिन नहीं चलेगा तो कौन सी आफत आ जाएगी। हिन्दू दुकानदार भी तो मुस्लिम त्योहारों में अपनी दुकानें बंद कर लेते हैं। वैसे भी निवेदन के साथ आदेश का पालन करवाया जा रहा है।
— sudhir chaturvedi (@sudhirc74569186) March 29, 2023
इन्द्रपाल सिंह लिखते हैं, “कपटी जी क्या नवरात्रि में मीट दुकान बंद रखने से तुम्हारी खुद की दुकान तो बंद नहीं हो रही। सच बताना कहीं, भेड़िए की खाल में घुसे लक्कड़बग्घे तो नहीं हो।”
कपटी जी क्या नवरात्रि में मीट दुकान बंद रखने से तुम्हारी खुद की दुकान तो बंद नही हो रही , सच बताना कही भेड़िए के खाल में घुसे लक्कड़बग्घे तो नही हो ।
— Indrapal Singh (@TomarIndra) March 29, 2023
वहीं, फैजल लिखता है, “क्या इसके बारे में कुछ नियम है? बंद दुकानें मतलब उन लोगों की आजीविका का नुकसान होगा। साथ ही रमजान चल रहा है, ऐसे में रोजेदार हर दो दिन में नॉनवेज को अपनी डाइट में शामिल करना चाहते हैं।”
Is there some rule regarding this? Shut shops would mean loss of livelihood for those people. Also, since Ramadan is going on, those fasting would want to have non veg in their diet every two days.
— Faisal (@itsmeFSL) March 29, 2023
शम्स उर रहमान अलवी लिखता है, “भले ही इस पर कार्रवाई न हो, लेकिन विरोध करना जरूरी है। इसके खिलाफ एक औपचारिक शिकायत दर्ज करें।”
A politician acts as municipal officer in charge of murgha affairs, dictates, acts like a bully. That’s total mockery of system.
— Shams Ur Rehman Alavi شمس (@indscribe) March 28, 2023
Even though it may not lead to action, but is is necessary to oppose, lodge a formal plaint against this selective targeting.