Sunday, November 17, 2024
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ISRO का मिशन और मनमोहन सिंह पर कैमरे का फोकस, भाषण भी दिया था: वैज्ञानिकों के आँसू पोंछने के लिए खड़े थे जो PM मोदी, उन्हें कोस रहा गिरोह तब था चुप

यह गैंग ये बात भूल जा रहा है कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग जब विफल हुई थी, तब पीएम मोदी ने इन्हीं वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन किया था। उन्हें असफलता से नहीं घबराने की सीख दी थी। तब तत्कालीन ISRO प्रमुख के. शिवन की आँखों से निकलते आँसुओं को पोंछते हुए पीएम मोदी ने उन्हें गले लगा लिया था।

भाजपा विरोधी गैंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने के लिए किसी भी मौके को हाथ नहीं निकलने देता है। भले ही वह मौका देश की भलाई जुड़ी हो, जनता के हित से जुड़ी या राष्ट्र के लिए गौरव के क्षण से संबंधित हो। ऐसा ही एक मौका 23 अगस्त 2023 का दिन था, जब चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सतह पर सफलतापूर्वक उतरा था।

चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के दौरान प्रधानमंत्री पीएम इसरो से लाइव जुड़े थे। सफल लैंडिंग के बाद उन्होंने तुरंत देश को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने नया इतिहास रचने के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी थी। उन्होंने कहा था यह देश के लिए गर्व करने का पल है।

प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के बाद वामपंथी-सेक्युलर गैंग बिलबिला उठा और आरोप लगाने लगा कि चंद्रयान की सफलता के मौके पर प्रधानमंत्री ने अपना चेहरा चमकाने के लिए चुना। इस तरह की बातें करने वालों की सोशल मीडिया पर एक लंबी फेहरिस्त है।

ऐसे ही एक शख्स हैं मनीष जगन अग्रवाल। ये अपने X पोस्ट में लिखते हैं, “चंद्रयान की कामयाबी का श्रेय लेने तो मोदी जी सबसे आगे खड़े दिखे। यहाँ तक कि चंद्रयान की लैंडिंग वाले दिन भी टीवी पर ज्यादातर उन्होंने ही अपने निराशाजनक भाषण से सबको बोर किया।”

उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, “चंद्रयान मिशन से जुड़े लोगों को 17 महीने से सेलरी नसीब नहीं हुई। कर्ज में घर डूबा है। दवा और राशन के लिए पैसे नहीं। क्या ये शर्मनाक बात नहीं मोदी जी के लिए? इस शर्मनाक बात का श्रेय लेने मोदी जी कब आगे आयेंगे?”

इसी तरह जैकी यादव नाम के हैंडल ने लिखा, “भारत चाँद पर पहुँचा, मोदी स्क्रीन पर आए। खिलाड़ियों ने मेडल जीते, मोदी स्क्रीन पर आए। वैज्ञानिकों ने vaccine बनाई, मोदी सामने आए। आर्मी ने सर्जिकल स्ट्राईक की, मोदी सामने आए। मणिपुर जला, मोदी चुप। पहलवान धरने पर, मोदी चुप। किसान मरे, मोदी चुप। महँगाई बढ़ी, मोदी चुप।”

बता दें कि जब देश किसी ऐतिहासिक पल का साक्षी बनता है तो देश के मुखिया के नाते प्रधानमंत्री मोदी हमेशा आगे रहते हैं। चंद्रयान-3 के सफल लॉन्चिंग के वक्त पीएम मोदी ग्रीस की राजकीय यात्रा पर थे। उस दौरान उन्होंने फोन पर वैज्ञानिकों को बधाई दी। यात्रा होने पर वे सीधे ISRO पहुँचे और वैज्ञानिकों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर बधाई दी।

जिस बात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना लिबरल गैंग कर रहा है, वही यूपीए शासनकाल में पीएम प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह ने भी किया था। तब साल 2012 में ISRO के 100वें स्पेस मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्च होने पर मनमोहन ने तुरंत देश को संबोधित किया था और वैज्ञानिकों को बधाई दी थी।

पीएम मोदी को लेकर हो-हल्ला करने वाले गैंग को जवाब देते हुए अभिषेक नाम के X पोस्ट यूजर लिखते हैं, “इसरो के 100वें लॉन्च पर एनडीटीवी की रिपोर्ट। सारे कैमरे डॉ. मनमोहन सिंह के चेहरे पर। देखें कि क्या आप एक भी वैज्ञानिक का चेहरा देख सकते हैं। इसे गोदी मीडिया नहीं कहते। इसे उदारवाद कहा जाता है।”

तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह के संबोधन वाला साल 2012 का वीडियो को साझा करते हुए लाला नाम के X हैंडल पीएम मोदी की आलोचना करने वालों पर तंज कसते हैं। वो अपनी पोस्ट में लिखते हैं, “ये मोदी जी क्यों स्क्रीन घेर रहे हैं? ये क्यों लॉन्चिंग के समय मोदी जी भाषण दे रहे हैं?”

आज जब चंद्रयान-3 सफल हो गया तो यह गैंग पीएम मोदी पर उसका श्रेय लेने का आरोप लगा रहा है। यह गैंग ये बात भूल जा रहा है कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग जब विफल हुई थी, तब पीएम मोदी ने इन्हीं वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन किया था। उन्हें असफलता से नहीं घबराने की सीख दी थी।

तब तत्कालीन ISRO प्रमुख के. शिवन की आँखों से निकलते आँसुओं को पोंछते हुए पीएम मोदी ने उन्हें गले लगा लिया था और हताश नहीं होने की सीख दी थी। असफलता में उत्साहवर्धन करने का हौसला भी पीएम मोदी ने दिखाया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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