Wednesday, November 27, 2024
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‘आतंकवादी को मार डाला’: विदेशी लेखक ने हिजाब के विरोध पर हिन्दू युवक की हत्या का मनाया जश्न, ट्विटर ने कहा – नहीं हटाएँगे ट्वीट

"हिन्दू कट्टरपंथी समूह 'बजरंग दल' (जिसने त्रिपुरा में मुस्लिमों के खिलाफ एक के बाद एक आतंकी हमले किए) से जुड़े एक आतंकवादी को पिछली रात कर्नाटक में मार डाला गया।"

कर्नाटक के शिवमोगा में एक सोशल मीडिया पोर्ट की वजह से 26 वर्षीय हिन्दू युवक की हत्या कर दी गई। वहीं ऑस्ट्रेलियाई लेखक सीजे वर्लमैन ने मृतक को ही ‘आतंकवादी’ बता दिया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, “हिन्दू कट्टरपंथी समूह ‘बजरंग दल’ (जिसने त्रिपुरा में मुस्लिमों के खिलाफ एक के बाद एक आतंकी हमले किए) से जुड़े एक आतंकवादी को पिछली रात कर्नाटक में मार डाला गया।” लोगों ने उनके हिन्दू विरोधी और संवेदनहीन रवैये को लेकर उन पर निशाना साधा।

बता दें कि कर्नाटक के शिवमोगा में हर्षा नामक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद हिंदू संगठन सड़कों पर आ रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद ने भी बुधवार (फरवरी 23, 2022) को इस संबंध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है। फिलहाल हर्षा का शव पोस्टमार्टम के बाद घर ले जाया गया है। उनके शव के साथ सैंकड़ों हिंदूवादी दिखाई दिए। इस बीच हर्षा की हत्या में कट्टरपंथी एंगल अब सामने आने लगा है। हिजाब के खिलाफ पोस्ट लिखने पर उनकी हत्या कर दी गई।

सीजे वर्लमैन के ट्वीट के बाद लोग ट्विटर पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। ट्विटर ने अब तक इस ट्वीट पर कोई कार्रवाई नहीं की है, जबकि इसमें खुलेआम घृणा का सामना करने के कारण मार डाले गए व्यक्ति को ‘आतंकवादी’ बताया जा रहा है। इसी तरह अगस्त 2021 में उन्होंने ट्वीट किया था, “दुनिया का कोई भी जाति-मजहब-राष्ट्रवादी समूह सेक्स और रेप को लेकर उतना जुनूनी नहीं है, जितने कि हिन्दू राष्ट्रवादी।” ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने न्यूजीलैंड के समर्थन की बात कही थी, क्योंकि उनके अनुसार वो ’50 करोड़ हिंदुत्व कट्टरपंथियों’ को खुश नहीं देख सकते।

ट्विटर का कहना है कि सीजे वर्लमैन के इस ताज़े ट्वीट को हटाया नहीं जाएगा, क्योंकि इसमें किसी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है। इसके बाद खुश लेखक ने हिन्दुओं को ‘फासीवादी’ बताते हुए कहा कि वो अब उन्हें हत्या की धमकी और ट्वीट की मास रिपोर्टिंग को बंद कर सकते हैं। उधर गुजरात भाजपा के आधिकारिक हैंडल @BJP4Gujarat से किए गए अहमदाबाद बम ब्लास्ट के दोषियों की फाँसी वाले ट्वीट को ट्विटर ने हटा दिया है। ट्वीट में 38 दोषियों को मिली सज़ा को एक कार्टून के रूप में चित्रित किया गया था। इसमें टोपी पहने मुस्लिमों के एक समूह को एक साथ फंदे पर लटकाए दिखाया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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