कोरोना के भय से जब सब लोग त्रासद थे, अखबार, सोशल मीडिया और टेलीविजन पर लॉकडाउन की खबरों ने सबको निराश कर दिया था। ऐसे में जनता कर्फ्यू के एक घंटे ने मानो हर एक में नई ऊर्जा का संचार कर दिया। मानो लोग पीएम मोदी की बात का बस इन्तजार भर कर रहे थे।
22 मार्च की सुबह से ही जनता कर्फ्यू के सन्नाटे के बावजूद भी सुबह कुछ लोगों ने आरती और शंख ध्वनियाँ शुरू कर दी थीं लेकिन शाम पाँच बजते ही मानो पूरा भारत एक मंदिर में तब्दील हो गया। यह पल इतना भावुक कर देने वाला था कि जिन लोगों ने यह पल महसूस किया है वो शायद ही कभी इसे भूल पाएँगे। शायद ही कोई ऐसा रहा हो, जिसकी आँखों में इस ऐतिहासिक पल के बाद आँसू नहीं आए होंगे।
रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान शाम के पाँच बजते ही लोग घरों से बाहर निकले। जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से थाली, घंटी आदि बजाने की बात कही थी, वहीं लोगों ने अपनी धार्मिक आस्था और विश्वास के साथ शंख ध्वनियों से जनता कर्फ्यू में अपनी उपस्थिति दर्ज की।
सोशल मीडिया पर इस एक घंटे के बीच जो कुछ देखा गया, उस पर एक नजर-
सोशल मीडिया पर जनता ने बढ़-चढ़कर अपने राज्य, इलाके गाँव और शहर के विडियो ट्वीट किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घंटी बजाकर जनता कर्फ्यू में अपना योगदान दिया।
कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव के बीच अपनी सेहत की परवाह न करते हुए आम जनमानस की सेवा में संलग्न चिकित्सा कर्मियों, सफाई कर्मियों, पुलिस कर्मियों आदि के प्रति आभार ज्ञापन स्वरूप आज शाम 5:00 बजे श्री @GorakhnathMndr में घंटनाद किया गया।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 22, 2020
सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः! pic.twitter.com/ESsnfCP36U
ट्विटर पर कुछ ऐसे भावुक करने वाले विडियो भी लोगों द्वारा शेयर किए गए, जिन्होंने गरीबी और अक्षमता के बावजूद भी जनता कर्फ्यू के दौरान कोरोना से लड़ रहे लोगों के उत्साह वर्धन के लिए तालियाँ बजाई। इस विडियो में एक गरीब व्यक्ति को सड़क पर तालियाँ बजाते हुए देखा जा रहा है।
I don’t have words to express how I feel. #JanataCurfew #5baje5minute pic.twitter.com/Dvz2tQqcm2
— Siddharth Sharma (@sidspin) March 22, 2020
हाल ही में मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार की नाक में नकेल कसकर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी तालियाँ बजाते हुए अपना विडियो ट्वीट किया।
Clapping against #coronavirus! Extremely grateful to our healthcare workers for keeping us safe, and helping the nation get through this tough time. Let’s all spread positivity and good vibes into the universe! pic.twitter.com/BelcwarLuS
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 22, 2020
मोदी-विरोधी गिरोह के अग्रणी ‘पत्रकार’ दम्पति राजदीप सरदेसाई और उनकी पत्नी सागरिका घोष भी तालियों के जरिए जनता-कर्फ्यू में उपस्थिति दर्ज करते हुए देखे गए। सागरिका घोष ने विडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि कोरोना के दौरान लोगों की मदद कर रहे डॉक्टर्स के लिए घंटी और तालियाँ सुनाई दे रही हैं, और मेरा बेटा भी उन डॉक्टर्स में से एक है।
Well done, neighbourhood ! A crescendo of clapping and bells in our area as we all give a standing ovation to our valiant health workers -brave doctors and nurses-my doctor son among them 👏🏽👏🏽 pic.twitter.com/fEBhaw4aEv
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) March 22, 2020
लेकिन सबसे ज्यादा हैरान कर देना वाला नजारा कुछ विरोधी दलों और लेफ्ट-लिबरल वर्ग को भी तालियाँ और घंटी बजाते हुए देखना था। महाराष्ट्र में एनसीपी नेता शरद पवार भी ऐसे ही कुछ लोगों में से एक थे। ANI ने एक विडियो शेयर किया जिसमें, शरद पवार को तालियाँ बजाकर अपना समर्थन देते हुए देखा गया है।
शाम 5 बजे पाँच मिनट तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार समेत कई सेलेब्रिटीज ने भी अपने परिवार के साथ मिलकर कोरोना मरीजों की सेवा में लगे डॉक्टर्स, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी और अन्य सहयोगियों के लिए तालियाँ बजाई।
The best thing I saw on internet today #5baje5minute pic.twitter.com/Bjz9Qxouhn
— Rishi Bagree 🇮🇳 (@rishibagree) March 22, 2020
कोरोना वायरस से भारत की लड़ाई के दौरान लेफ्ट-लिबरल वर्ग का एक ऐसा चेहरा भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में देखा जा रहा है, जो अक्सर सरकार विरोधी कुतर्कों के द्वारा ही सनसनी बटोरते हुए देखा जाता था, वह चेहरा कोई और नहीं बल्कि जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद हैं।
शेहला रशीद ने ट्विटर पर लिखा- “भारत भर के घरों की बालकनियों पर शाम 5 बजे सर्वसम्मति से जयकार बताता है कि नरेंद्र मोदी का शब्द कानून बन चुके हैं। उन्हें अपनी इस ताकत का प्रयोग लोगों को स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का सख्ताई से पालन करने के लिए करना चाहिए। आम तौर पर, मैं उनकी प्रशंसक नहीं हूँ, लेकिन इस बार हमें इसकी आवश्यकता है।” हालाँकि ट्वीट में एक आखिरी लाइन में उन्होंने अपनी लेफ्ट-लिबरल विचारधारा का इस्तेमाल करने से वो खुद को नहीं रोक पाई।
Unanimous cheering at 5 pm on balconies of homes across India shows @narendramodi‘s word is law. He must use this power to make people comply with health guidelines strictly. Normally, I’m not a fan of obedience, but this time we need it. Wish he hadn’t alienated so many sections
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) March 22, 2020