Saturday, September 28, 2024
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‘स्कूल में मेरी बेटी के मुँह पर मुस्लिम होने के कारण थूका’: जिस बच्ची की कहानी गिरोह कर रहा वायरल, उसकी अम्मी खुद हिंदुओं के खिलाफ उगलती रहती है जहर

हिंदू बच्चों और उनके माँ-बाप की परवरिश को लानत भेजने वालों को साोशल मीडिया में अबीरा की अम्मी और अब्बू द्वारा फैलाए जा रहे 'जहर' को देखना चाहिए। उनसे पूछना चाहिए कि मासूम अबीरा के मन में वे क्यों नफरत भर रहे हैं?

सोशल मीडिया में एक कहानी तेजी से वायरल हो रही है। इसमें एक महिला ने दावा किया है कि मुस्लिम होने के कारण स्कूल में उसकी बेटी के मुँह पर एक हमउम्र लड़की ने थूक दिया। हिंदुओं को निशाना बनाते हुए गिरोह विशेष के यूजर्स इस कहानी को शेयर कर रहे हैं। वैसे इस कहानी की सच्चाई तो जाँच से ही सामने आएगी, लेकिन हमने पाया कि जिस मुस्लिम बच्ची को ‘पीड़ित’ बताया जा रहा है उसकी अम्मी खुद सोशल मीडिया में हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलती रहती है। हिंदू संतों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर अपनी नफरत का सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शन करती रहती है।

वायरल पोस्ट में क्या कहा गया है

अबीरा दिल्ली (Abeera Delhi) नाम के प्रोफाइल से यह कहानी 11 अप्रैल 2023 को पोस्ट की गई है। इसमें कहा गया है, “आज मेरी बेटी का नए स्कूल में दूसरा दिन था। आज मेरी बेटी ने घर आते ही मुझसे रोते हुए पूछा मम्मा ‘हम मुस्लिम लोग बहुत गंदे होते हैं’। मैं हैरान थी उसके मुँह से ये बातें सुनकर। मैंने उससे पूरी बात सुनी तो मुझे मालूम हुआ की आज मेरी बेटी अबीरा इरशाद को उसकी ही हमउम्र लड़की ने जो की उसके पास ही बैठी थी, उससे ये सवाल किया और उसके मुँह पर थूक दिया।”

वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट

यह घटना किस स्कूल की है, इसका पोस्ट में जिक्र नहीं किया गया है। केवल इतना बताया गया है कि स्कूली काफी नामी है। यह भी कहा गया है कि इसमें स्कूल प्रशासन का कोई दोष नहीं दिखता, क्योंकि अबीरा की शिकायत पर ऐसा करने वाली लड़की को टीचर ने समझाया। लेकिन पोस्ट में हिंदुओं को लेकर अपनी नफरत का प्रदर्शन करते हुए अबीरा की अम्मी ने लिखा है, “नफरत का जहर मासूम बचपन को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। इतने बड़े स्कूल में बच्चे संभ्रात पढ़े-लिखे परिवार से आते होंगे। अब सवाल है कि आखिर उस बच्ची को अभी से नफरती परमाणु बम क्यों बनाया जा रहा है। इस सबका दोष किसे दूँ? उस मासूम बच्ची के माँ-बाप को? भगवा ब्रिगेड को या फिर दिन रात हिंदू-मुस्लिम करने वाले जॉम्बीज को?”

हिंदुओं को टारगेट कर रहा गिरोह

सोशल मीडिया में सक्रिय तमाम प्रोपेगेंडाबाज जो खुद को लेखक, पत्रकार वगैरह बताते रहते हैं, इस कहानी को शेयर कर रहे हैं। इनमें से कई ने अबीरा को अपनी ‘करीबी का बेटी’ बताया है। हिंदुओं को निशाना बनाया है। इनमें से कुछ पोस्ट में यह स्कूल दिल्ली का ‘तक्षशिला पब्लिक स्कूल’ बताया गया है। नीचे आप ऐसे कुछ पोस्ट का स्क्रीनशॉट देख सकते हैं।

अबीरा की अम्मी खुद हिंदू घृणा में सनी

अबीरा दिल्ली नामक फेसबुक यूजर के प्रोफाइल को ऑपइंडिया ने खंगाला। यूजर ने खुद को प्राॅड्यूसर/डायरेक्टर बताया है। भले यह प्रोफाइल अबीरा इरशाद के नाम बनी हो, जिसे ‘पीड़ित’ बच्ची बताया जा रहा, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सारे पोस्ट अबीरा की अम्मी करती हैं। हमने पाया कि जितने भी पोस्ट किए गए हैं वह हिंदुओं को नीचा और मुस्लिमों को पीड़ित दिखाने के इरादे से किया गया है। हिंदू संतों को लेकर भी पोस्ट करने वाली की घृणा साफ दिखाई पड़ती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। हमें कई पोस्ट ऐसे मिले जो गलत संदर्भों के साथ पोस्ट किए गए हैं, जिनके तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है। कुछ पोस्ट का फैक्टचेक भी हो चुका है। फेसबुक प्रोफाइल से हमें यह भी पता चला कि अबीरा की अम्मी ट्विटर पर @SocialNagar हैंडल से सक्रिय हैं। यहाँ भी फेसबुक वाली घृणा और प्रोपेगेंडा ट्वीट्स में नजर आते हैं। हिंदू संतों के खिलाफ घृणा से भरे कुछ पोस्ट आप नीचे देख सकते हैं,

अबीरा के अब्बू से भी मिल लीजिए

‘अबीरा दिल्ली’ प्रोफाइल को खंगालते हुए हमें यह भी पता चला कि अबीरा के अब्बू इरशाद दिल्लीवाला (Irshad DilliWala) हैं। फेसबुक पर उन्होंने खुद को संपादक, लेखक, फिल्मकार वगैरह बता रखा है। उनके सोशल मीडिया पोस्ट्स में भी अबीरा की अम्मी की तरह ही नफरत और प्रोपेगेंडा झलकता है। इरशाद ने अपने पोस्ट में अबीरा के मुंह पर थूकने वाली बच्ची का नाम काव्या बताया है।

अबीरा के अब्बू इरशाद ने थूक फेंकने वाली लड़की का नाम काव्या बताया है

मुस्लिम होने के कारण थूकने वाली ‘कहानी’ में कितनी सच्चाई है, यह तो जाँच का विषय है। लेकिन इसे जिस नीयत से बढ़ाया जा रहा है, उससे इसकी सत्यता पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अतीत में हम कई बार देख चुके हैं कि गिरोह विशेष के लोग अपने एजेंडा और प्रोपेगेंडा को बढ़ाने के लिए बच्चों का दुरुपयोग करते रहे हैं। इस मामले में भी यह आशंका दिख रही है। हिंदू बच्चों और उनके माँ-बाप की परवरिश को लानत भेजने वालों को साोशल मीडिया में अबीरा की अम्मी और अब्बू द्वारा फैलाए जा रहे ‘जहर’ को देखना चाहिए। उनसे पूछना चाहिए कि मासूम अबीरा के मन में वे क्यों नफरत भर रहे हैं?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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