Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजरेडियो मिर्ची की RJ सायमा ने पहले लोगों को पुलिस मुख्यालय घेरने के लिए...

रेडियो मिर्ची की RJ सायमा ने पहले लोगों को पुलिस मुख्यालय घेरने के लिए बुलाया, फिर ट्वीट डिलीट कर भागी

जामिया नगर में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी सम्पत्ति को नुक़सान पहुँचाते हुए बसों में आग लगा दी थी। मजहबी नारे लगाए गए थे। इसके बाद हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को सख्ती का सहारा लेना पड़ा था। इसके ही विरोध में सायमा ने लोगों से जुटने का आह्वान किया था।

रेडियो मिर्ची की रेडियो जॉकी (RJ) सायमा ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन करने के लिए भीड़ जुटाने के लिए अपने ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल किया। उन्होंने ट्वीट कर दिल्ली के लोगों को पुलिस मुख्यालय के बाहर बड़े पैमाने पर इकट्ठा होने का आग्रह किया, जिससे ‘दिल्ली पुलिस द्वारा’ हिंसा के ख़िलाफ़ ‘शांतिपूर्ण ढंग से विरोध किया जा सके।’

दिल्ली पुलिस को जामिया नगर में प्रदर्शनकारियों द्वारा की जा रही हिंसात्मक गतिविधियों पर विराम लेने के लिए सख़्ती से कार्रवाई करनी पड़ी। बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया में CAB के विरोध में सरकारी सम्पत्ति को नुक़सान पहुँचाते हुए बसों में आग लगा दी और मज़हबी नारे भी लगाए गए। इसके बाद सायमा ने ITO स्थित दिल्ली पुलिस के पुराने मुख्यालय पर एकजुट होने का आह्वान किया।

सायमा के इस ट्वीट के बाद, यूज़र्स ने रेडियो चैनल रेडियो मिर्ची कंपनी से पूछा कि क्या वो भी सायमा के विचारों का समर्थन करती है।

सायमा, जो आम आदमी पार्टी की समर्थक हैं, वो हमेशा से अरविंद केजरीवाल के समर्थन में काफ़ी मुखर रही हैं।

इससे पहले, सायमा शेहला रशिद के समर्थन में उतरीं थी, जब उन्होंने (शेहला) रिपब्लिक भारत टीवी चैनल के एक पत्रकार को लताड़ लगाई थी।

भाजपा दिल्ली के प्रवक्ता ने भी ट्वीट किया कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि भाजपा दिल्ली आगामी चुनावों के दौरान रेडियो मिर्ची को कोई विज्ञापन नहीं देगी।

हालाँकि, बाद में, सायमा ने भीड़ जुटाने वाले अपने इस ट्वीट को अब डिलीट कर दिया है।

उपद्रव, उत्तेजक नारों के बाद जामिया कैंपस में दाखिल हुई दिल्ली पुलिस, काबू में हालात

जामिया में लगे ‘हिंदुओं से आजादी’ के नारे; AAP विधायक अमानतुल्लाह कर रहा था हिंसक भीड़ की अगुवाई

पुलिस ने लगाई बसों में आग: अमानतुल्लाह का बचाव करने के लिए सिसोदिया ने फैलाया झूठ

जामिया में मजहबी नारे ‘नारा-ए-तकबीर’, ‘ला इलाहा इल्लल्लाह’ क्यों लग रहे? विरोध तो सरकार का है न?


Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -