Sunday, November 17, 2024
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अफगानिस्तान में भी केरल मॉडल? कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर का दावा- तालिबान ने की 2 मलयाली पुरुषों की भर्ती

थरूर ने लिखा, "ऐसा प्रतीत होता है कि तालिबान ने केरल के कम से कम दो मलयाली लोगों को भर्ती किया है। इनमें से एक को 8 सेकेंड के आसपास ‘संसारिककिट्टे’ (मलयाली शब्द) बोलते हुए सुना जा सकता है और दूसरा तालिबानी इसे समझता है।"

कॉन्ग्रेस नेता व तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने मंगलवार (17 अगस्त) को एक ट्वीट करके चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने अफगानिस्तान में आतंक मचाने वाले तालिबानियों में दो भारतीयों के शामिल होने की आशंका जताई है। शशि थरूर ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान की ओर से जश्न मनाए जाने से संबंधित एक वीडियो मंगलवार को ट्विटर पर साझा किया।

कॉन्ग्रेस नेता ने दावा किया है कि उन्होंने वीडियो में दो भावुक तालिबानियों को मलयालम में बातचीत करते हुए सुना है। थरूर ने लिखा, “ऐसा प्रतीत होता है कि तालिबान ने केरल के कम से कम दो मलयाली लोगों को भर्ती किया है। इनमें से एक को 8 सेकेंड के आसपास ‘संसारिककिट्टे’ (मलयाली शब्द) बोलते हुए सुना जा सकता है और दूसरा तालिबानी इसे समझता है।” आप वीडियो में देख सकते हैं कि तालिबान का एक सदस्य काबुल पहुँचने के बाद कैसे खुशी से रो रहा है।

इसको लेकर कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता नेटिजन्स के निशाने पर आ गए हैं। इस कुकत्य का महिमामंडन करने के लिए उन्हें जमकर ट्रोल​ किया जा रहा है। जहाँ एक यूजर ने उनके लिए ‘मालीबान’ शब्द का इस्तेमाल करने को कहा, वहीं दूसरे ने सवाल किया कि क्या उन्हें इन तालिबानियों पर गर्व है?

एक अन्य नेटिजन ने थरूर और कॉन्ग्रेस पार्टी का मजाक उड़ाते हुए कहा, “अपने कार्यकर्ताओं को भेजने के लिए बधाई।”

कुछ लोगों ने यहाँ तक कहा कि वीडियो में मलयाली शब्द नहीं हैं। थरूर को सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की झूठी खबरें नहीं फैलानी चाहिए।

कई ट्विटर यूजर्स ने थरूर के ट्वीट का हवाला देते हुए पौराणिक ‘केरल मॉडल’ पर चुटकी ली।

एक अन्य यूजर ने थरूर को अपने लोगों की क्षमता को समझने और उन्हें खुश करने के लिए ‘सच्चा नेता’ कहा।

थरूर ने अभी तक अपने बयान को ना ही डिलीट किया है और ना तो वापस लिया है।

केरल आईएसआईएस के लिए प्रजनन स्थल

जाँच में पता चला है कि आईएसआईएस ने 2014 में केरल में अपने जड़ें जमा ली थीं, जिसमें मॉड्यूल धार्मिक धर्मांतरण को प्रायोजित करते थे। लोगों को अफगानिस्तान और सीरिया में आतंकी संगठन में भर्ती करने के लिए उनका माइंड वॉश करते थे। पिछले साल आतंकवाद पर अपनी रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र ने चेताया था कि भारत के केरल राज्य में बड़ी संख्या में आईएसआईएस आतंकवादी मौजूद हैं। मालूम हो कि आईएसआईएस भारतीय सहयोगी (हिंद विलायह), जिसकी घोषणा 10 मई, 2019 को की गई थी, इसमें 180 से 200 सदस्य थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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