जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद को सोमवार (जून 14, 2021) को इस्लामी कट्टरपंथियों ने ट्रोल कर दिया। रशीद की गलती बस ये थी कि वह कट्टरपंथियों द्वारा ट्रेंड करवाए जा रहे ‘Why So Proud’ हैशटैग के ख़िलाफ़ बोल गईं। इस हैशटैग के जरिए कट्टरपंथी LGBT समुदाय के ‘प्राइड मंथ’ पर नफरत फैला रहे थे। ऐसे में जब शेहला ने उनके साथ (LGBT समुदाय) अपनी असहमति व्यक्त की तो सब कट्टरपंथी उन्हें ट्रोल करने लगे।
शेहला ने लिखा था, “मैं मुसलमान हूँ और #WhySoProud hashtag की निंदा करती हूँ। हमें अपने इमान को परफेक्ट करने का काम करना चाहिए और सारी जजमेंट अल्लाह पर छोड़ देनी चाहिए। हमें अल्लाह बनके दिखाने की जरूरत नहीं और न ही दूसरों को जज करने की है। किसी को उनकी पहचान, पसंद और विश्वास के लिए पीड़ित नहीं किया जाना चाहिए। मैं इस्लामोफोबिया और होमोफोबिया का विरोध करती हूँ।”
उन्होंने कहा, “मुस्लिम चेहरों को इससे अपना पीछा छुड़ाना चाहिए, ये हमें असहिष्णु दिखाने का एक प्रयास हो सकता है या फिर वास्तविकता में ये धार्मिक मान्यताओं से प्रेरित हो सकता है। किसी भी तरह से हमें इसे अलग होना चाहिए, क्योंकि लोगों को आँकना हमारा काम नहीं है। जियो और जीने दो।”
शेहला रशीद की ये टिप्पणी कट्टरपंथियों द्वारा ट्रेंड करवाए गए #whysoproud हैशटैग के बाद आई। इसके भीतर कट्टरपंथी समझा रहे थे कि अगर इस्लाम में समलैंगिकता को हराम माना गया है तो वह एक कारण से है।
If it’s haram, it’s made haram for a reason and whatever is haram will never bring u long term happiness.
— @𝒍𝒊 🇵🇸 (@thetorqueguy) June 13, 2021
So stop making yourself think your heart can handle it, The truth is it can’t…#WhySoProud
कुछ लोगों ने समलैंगिकता की तुलना शैतान की बुराइयों से की।
“Do not follow in the footsteps of
— Sayed Zamir (@SayedZamir0222) June 13, 2021
Shaitan. for verily, he is for you an open enemy. He commands you with evil and immorality.”
(Qur’an)#WhySoProud pic.twitter.com/wWgdHkF5U6
वहीं शेहला का कमेंट पढ़कर उन्हें कहा गया कि ये सब जेएनयू में पढ़ने के साइड इफैक्ट्स है।
Side effect of JNU https://t.co/ddWIboAKz4
— Adnan عدنان 🇵🇸 (@IamAdnanSk) June 14, 2021
एक ने शेहला की तुलना साँप से की और कहा कि ये लोग पहले हमारा समर्थन पाते हैं और सहानुभूति पाते ही कट्टर इस्लामोफोबिक हो जाते हैं।
More snakes to come out they first get our support and sympathy but then turn into Islamophobe bigot https://t.co/EsYuW2Qss7
— Al Biruni (@trueindologyy) June 14, 2021
कुछ कट्टरपंथियों ने शेहला को जाहिल औरत कहा। वहीं कुछ ने जेएनयू छात्रनेता को ये कहकर घेरा कि 1400 साल पहले कुरान उनके सभी तर्कों को काट चुकी है। इसलिए अब उन्हें अल्लाह से माफी माँगनी चाहिए।
It’s clearly mentioned in the Qur’an and Hadith homosexuality is a sin and it’s not acceptable ..
— Sheikh Abdul razzak 🇵🇸 (@hey_dont_lev_me) June 14, 2021
Mine 300+ mutual following this cretinous lady please Unfollow her 😑 https://t.co/mWxAhUArmF
जोहान खान ने कहा, “शेहला बहन,दुनिया का ज्ञान लेने के अलावा कम से कम थोड़ा कुरान पाक में lgbt के बारे में पढ़ो। अल्लाह से दुआ करो कि तुम्हे इस मुद्दे पर सही बुद्धि आए।”
Sister Shehla, apart from acquiring worldy knowledge, you should atleast read a little about lgtv in quraan paak. Pray to Allah SWT that you get a fair idea on this subject… Aameen
— Zohaan khan (@seeker1508) June 14, 2021
समलैंगिकता के विरुद्ध नफरत फैलाने का काम करते-करते एक कट्टरपंथी यूजर ने समलैंगिकता के लिए मौत के दंड को जस्टिफाई किया। अयाज सिद्दकी नाम के यूजर ने कहा कि हो सकता है समलैंगिक लोगों को मारना अन्याय लगे लेकिन इसकी इजाजत शरिया लॉ में मिलती है।
Qur’an has already refuted your arguments 1400 years ago.
— Gazi Bhaia ☝️ (@GBhaia) June 14, 2021
Muslims have be judgemental about everything, and the judgement has to be based on the standards set by Allaah subhana wata’ala.
Read Qur’an . Repent to Allaah . Reject Liberalism https://t.co/7BSOxkC3KK pic.twitter.com/ZBdP2biuZM
Executing homosexuals may sound “unfair” but it’s Sharia law. Sorry 😞 @Shehla_Rashid#WhySoProud https://t.co/p5YaiHdl5N
— Ayaz Siddiqui ( আয়াজ ) (@Momin__ayaz) June 14, 2021
बता दें कि इस्लामी कट्टरपंथियों ने पिछले वर्ष भी ऐसा हैशटैग चलाया था। तब भी समलैंगिकता को हराम बताने का प्रयास हुआ था। कट्टरपंथियों का कहना था कि चूँकि मुसलमानों को अल्लाह को जवाब देना होगा इसलिए उन्हें समझ लेना चाहिए कि समलैंगिकता इस्लाम में हराम है।