रक्तदान, गरीब बच्चों की पढ़ाई, धर्म के लिए संघर्ष करने वालों का सम्मान - कोठारी बंधुओं की स्मृति में बहन पूर्णिमा सब करती हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी भक्तों-जवानों को कराया चाय-नाश्ता।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "अगर प्राण प्रतिष्ठा करने से पत्थर सजीव हो जाता है तो इससे मुर्दा क्यों नहीं चल सकता है? यहाँ पर पाखंड है, ढोंग है, आडंबर है।"
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालु यहाँ आकर रुके और बाकी जगह भी घूमें इसके लिए भी प्रयास जारी हैं। यहाँ अभी 17 होटल हैं और 73 और बनने हैं। इनमें से लगभग 40 का निर्माण कार्य जारी है।