क्या बिहार में इस बार एक त्रिकोणीय मुक़ाबला देखने को मिलेगा, जहाँ कॉन्ग्रेस पार्टी PK के साथ गठबंधन में होगी? राहुल गाँधी ने शक्ति-प्रदर्शन के जरिए राजद को दिया सन्देश?
एक समय था कि मजदूरों को पूंजीपतियों और विकास के विरुद्ध भड़का कर कम्युनिस्ट नेतागिरी चमकाया करते थे। अब वह दौर नहीं रहा। कन्हैया की इस राजनीति को बिहार नहीं स्वीकार करने वाला है।
कम से कम तीन एग्जिट पोल्स में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखे गए 400 सीटों के लक्ष्य के आसपास पहुँचते दिखाया जा रहा है।
कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता कन्हैया कुमार के खिलाफ फिर खड़े हो गए हैं। दिल्ली कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में पार्टी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से जैसे ही कन्हैया कुमार के नाम का ऐलान हुआ, कॉन्ग्रेस के भीतर से ही कन्हैया का विरोध होने लगा। दिल्ली में कॉन्ग्रेस के नेता ने कन्हैया कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल किया है।