दिल्ली की सीमाओं पर ‘किसान विरोध प्रदर्शन’ का नेतृत्व कर रहे BKU के नेता राकेश टिकैत को महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक मेगा रैली करनी थी। लेकिन, एक अज्ञात फर्जी कॉल की वजह से यात्रा को मजबूरन रद्द करना पड़ा।
दिल्ली में सोशल मीडिया पर टूलकिट के जरिए अशांति फैलाने वाले आरोपितों ने एक और टूलकिट तैयार की थी जिसके जरिए वो 4 और 5 फरवरी को ट्विटर पर दिल्ली में फिर से अशांति फैलाना चाहते थे।
टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका अगला लक्ष्य 40 लाख ट्रैक्टरों का है, देशभर में जाकर 40 लाख ट्रैक्टर इकट्ठा करेंगे। ज्यादा समस्या की तो ये ट्रैक्टर भी वहीं हैं, ये किसान भी वही हैं, ये फिर दिल्ली जाएँगे।
देशभर में ट्रेनों के परिचालन पर इसका काफी कम असर देखा गया। ट्रेन नाकाबंदी के कारण देश में कुछ स्थानों पर कुछ ट्रेनों रोका गया, लेकिन ज्यादातर रेल ट्रैक क्लियर रहे।
जहाँ संविधान को गाली दी गई, वहाँ की हाथों में तिरंगा लिए लोगों की तस्वीरें वायरल की गईं। जहाँ हिन्दू धर्म का अपमान हुआ, वहाँ कश्मीरी पंडितों के लिए झूठा शोक मनाया गया।