Monday, November 18, 2024

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नागरिकता संशोधन कानून

शाहीन बाग में खाली पड़ी कुर्सी-टेबल, घंटाघर में दिख रहे सिर्फ दुप्पटे-बैनर, मुंबई में धरना ही कर दिया खत्म!

कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की बढ़ती तादाद देखकर शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों की संख्या कम। लखनऊ में भी अचानक प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया है और मुंबई में 50 दिन से चल रहा धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया है। महिलाओं का कहना है कि वह हालात सुधरने के बाद इस प्रदर्शन को जारी करेंगी।

जनता कर्फ़्यू में ईदगाह मैदान में CAA विरोध-प्रदर्शन: 12 आयोजकों, 150 अज्ञात पर FIR – जान से खिलवाड़ का आरोप

आयोजकों ने एक साजिश के तहत 21 मार्च की रात से ही मैसेज वायरल कर हजारों लोगों को इकट्ठा किया। इसके बाद रविवार सुबह जहाँ पूरा शहर कोरोनावायरस से लड़ने के लिए घरों में कैद था, वहीं ईदगाह मैदान में प्रदर्शनकारी धरने पर थे। इन सभी लोगों पर दूसरों की जान से खिलवाड़ करने के आरोप में FIR दर्ज किया गया है।

नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की आवश्यकता

NPR बनने और उसके प्रभावी हो जाने पर बाहर जाने वाले 'घुसपैठियों' की संख्या के अनुपात में CAA के उपरोक्त 'लाभार्थी' बहुत ही कम हैं। साथ ही, धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अपने पूर्व-नागरिकों को शरण और नागरिकता देना भारत का संवैधानिक और मानवीय दायित्व भी है।

आपस में ही चले लात-घूसे, बरसे पत्थर: शाहीन बाग में आपस में ही सिर फुटव्वल

कपिल मिश्रा ने एक विडियो शेयर कर बताया है कि बौखलाहट में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी आपस में ही सिर-फुटव्वल कर रहे हैं। ऐसे में यह अंदेशा जताया जा रहा है कि पेट्रोल बम फेंका जाना भी इनके आपसी लड़ाई का ही नतीजा है।

CAA विरोधियों ने जनता कर्फ्यू का मखौल उड़ाया: लखनऊ और दिल्ली में प्रदर्शन जारी

कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने की सलाह दी जा रही है। लोगों को हाथ न मिलाने से लेकर एक-दूसरे से दूर रहने को कहा जा रहा है। लेकिन, सीएए विरोधी इसे नजरंदाज कर अपने साथ दूसरों के जीवन के लिए भी संकट पैदा कर रहे हैं।

शाहीन बाग़ में फेंका गया पेट्रोल बम, जनता कर्फ्यू से ध्यान खींचने की साजिश बता रहे लोग

सोशल मीडिया पर लोगों ने आशंका जताई है कि हो सकता है कि शाहीन बाग़ के उपद्रवियों ने जनता कर्फ्यू से ध्यान खींचने के लिए ऐसा किया हो। हालाँकि, इस सम्बन्ध में अभी तक कुछ भी पुष्टि नहीं हुई है।

प्रदर्शनकारी तबरेज को हुआ कोरोना, पूरी दिल्ली के लिए ख़तरा बना शाहीन बाग़: मजहबी तीर्थयात्रा पर गई बहन से फैला रोग

35 वर्षीय तबरेज को 16 मार्च को कफ आने के बाद कोरोना के लक्षण का शक हुआ। फिर जब उसे क्वारंटाइन कर के जाँच किया गया तो पता चला कि उसे भी कोरोना वायरस ने जकड़ लिया है। चूँकि सीएए विरोधी आंदोलन में कई लोग जा रहे हैं और वो लोग वहाँ से निकलने के बाद अपने परिवार व अन्य लोगों से मिलते होंगे, शाहीन बाग़ अब पूरी दिल्ली के लिए ख़तरा बन चुका है।

‘हम दिन में 5 बार नमाज अदा करते हैं, 5 बार हाथ धोते हैं… नहीं होगा कोरोना’ – शाहीन बाग में चल रहा कुतर्क

"महिलाएँ हर सावधानी बरत रही हैं, हर समय बुर्के में ढकी रहती हैं। नियमित रूप से हाथ धोना हमारी जीवनशैली का हिस्सा है। हम दिन में पाँच बार नमाज अदा करते हैं और हर बार हाथ धोते हैं।”

CAA विरोधी मास्टर-माइंड की हरकत से 400-450 महिलाओं पर कोरोना का खतरा: सबको ट्रैक करना सरकार के लिए बड़ा चैलेंज!

35 वर्षीय आयोजक व्यक्ति ने कहा कि वह 13 मार्च को अपनी बहन से मिला था और उसके साथ बैठकर कुछ समय भी बिताया था। इसके बाद भी वह दिल्ली के जहाँगीरपुर में सीएए विरोध में चल रहे धरने में भी शामिल हुआ। युवक ने अपनी सफाई देते हुए कहा, "मुझे उस समय अपने अंदर बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखा था।

‘सुन लो मोदी, हमारी माँ-बहनों ने टीपू सुल्तान को जन्म दिया है और तुम…’ – शाहीन बाग़ से हिंसा की अपील

"सुन लो मोदी, हमारी माँ-बहनों ने टीपू सुल्तान को जन्म दिया है और तुम हमसे नागरिकता का सबूत माँगते हो! लालकिला जहाँ से झंडा फहराते हो, ये क्या तुम्हारे पूर्वजों ने बनवाया? ताजमहल जहाँ ट्रम्प को लेकर गए थे, क्या तुम्हारे पूर्वजों ने बनवाया था? तुमने शौचालय बनवाए हैं, जाओ और वहाँ से झंडा फहराओ।"

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