'द टेलीग्राफ' ने ट्विटर से एक दक्षिणपंथी सोशल मीडिया इन्फ़्ल्युएन्सर एकाउंट का ट्वीट उठाकर पूरी फर्जी घटना को रिपोर्ट की शक्ल में प्रकाशित करने का नायाब कारनामा किया है।
बीबीसी की इस दर्दभरी हेडलाइन के भीतर जाने पर पता चलता है कि यह लेख सिर्फ और सिर्फ फेक न्यूज़ और भ्रामक तथ्य फैलाने की स्वीकृति माँगने के अलावा और ज्यादा कुछ नहीं कहती है।
अमरोहा पुलिस ने आरफा खानम शेरवानी द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का खुलासा किया और साथ ही उन्होंने पत्रकार के खिलाफ आगे की आवश्यक कार्यवाही के लिए साईबर सेल को अवगत कराया, ताकि वो इस पर उपयुक्त कार्रवाई कर सकें।