बुलंदशहर का रहने वाला अब्दुल सलाम मेरठ आकर रहने लगा और यहाँ बिजली मिस्त्री का काम करने लगा। इसी दौरान आरोपित सलाम ने अपना नाम बदलकर अनिल सैनी और विक्की सिंह रख लिया।
परिजनों को घटना का पता चला तो वो भागते हुए मौके पर पहुँचे और बेटे को लेकर अस्पताल गए। तेल के गर्म होने के कारण उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया, गनीमत थी कि उसकी आँखें बच गईं।
जिस वक्त मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी का जनाजा आता है उस दौराना हजारों की तादात में भीड़ इकट्ठी होती है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से नदारद थी।