Wednesday, April 24, 2024
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कहीं कुर्बानी पर बवाल तो कहीं नमाज के बाद चप्पल को लेकर छूरेबाजी: हिंदुओं के घर में भर गया खून

उत्तर प्रदेश के मेरठ में बकरीद के मौके पर हिंसा व प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी जैसी घटनाएँ सामने आईं। एक मामले में तो किसी आसिफ नाम के शख्स ने खाली पड़े मकान में पशु की कुर्बानी दे दी, जिससे उस पशु का खून बहकर हिंदुओं के घर में घुस गया।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में बुधवार (जुलाई 21, 2021) को बकरीद के मौके पर हिंसा व प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी देने पर हुए बवाल की कई घटना सामने आईं। जिले के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के डाबका गाँव में दो युवकों द्वारा घर में प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी देने से जहाँ पूरे गाँव भर का माहौल गरमाया। वहीं मोहल्ला मुन्नालाल के भैंसा रोड पर मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे दो पक्षों में मात्र चप्पल बदल जाने की बात से खूनी संघर्ष हो गया। इसी तरह जिले के सराय लाल दास में हिंदुओं के घरों में पशुओं का खून भरने की खबर है।

प्रतिबंधित पशु की घर में दी गई कुर्बानी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के डाबका गाँव में रहमत और सत्तार नाम के दो युवकों ने अपने घर में बकरीद के मौके पर प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी दी। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गाँव में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था, इसलिए जब उन्हें इसकी सूचना मिली तो सभी में रोष व्याप्त हो गया। समय पर पुलिस को घटना की सूचना दी गई और घटनास्थल पर पहुँच कर पशु के अवशेषों को तिरपाल से ढका गया। बाद में दोनों पशुओं को आरोपितों के घर में गड्ढा खुदवाकर दफना दिया गया।

पुलिस को घटनास्थल से दो बड़े छूरे और अन्य कटान के सामान बरामद हुए हैं। इसके अलावा पुलिस की छानबीन में आरोपितों के घर से कटी हुई भैंस का मीट भी मिला है। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि ईद पर आज तक उनके गाँव मे घरों मे कुर्बानी नहीं हुई थी, लेकिन इस बार गाँव में कुछ परिवारों ने कुर्बानी दी। मामले पर ग्रामीणों की सुनने के बाद कंकरखेड़ा थाने के इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने बताया कि ग्रामीणों ने तहरीर दे दी है। इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपितों को पकड़ लिया है। वहीं कुछ रिपोर्ट बताती है कि आरोपित पुलिस को आता देख मौके से भाग गए। ग्रामीणों का साफ कहना है कि वह अपने गाँव के घरों में कुर्बानी नहीं होने देंगे। गाँव वालों की नाराजगी देखते हुए वहाँ पुलिस बल की तैनाती की गई है।

चप्पल बदल जाने पर हुआ खूनी संघर्ष

इस घटना के अलावा मेरठ के मोहल्ला मुन्नालाल से भी हिंसा की एक खबर आई। नवभारत टाइम्स के मुताबिक, बकरीद की सुबह करीब 8 बजे कॉलोनी के पास बने मस्जिद से ईद की नमाज पढ़कर कुछ युवक अपने घर लौट रहे थे। तभी, रास्ते में दो युवकों के बीच मस्जिद में चप्पल बदलने को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट, छूरेबाजी, और पत्थरबाजी हुई। संघर्ष में 5 लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि मारपीट की सूचना पर मौके पर टीम पहुँची और घायलों को सीएचसी भिजवाया। इंस्पेक्टर धमेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से थाने पर तहरीर नहीं दी गई थी। तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

हिंदुओं के घर में भर गया खून

ऐसे ही जिले के सराय लाल दास स्थित सेठ गली में खाली पड़े मकान में किसी आसिफ नाम के युवक द्वारा कुर्बानी देने का मामला सामने आया। जहाँ नाला जाम होने के कारण पशुओं का खून स्थानीय हिंदुओं के घर में जा पहुँचा। खून देखकर हैरान हुए लोगों ने इसकी जानकारी वार्ड परिषद को दी और फिर अधिकारी मौके पर पहुँचे। क्षेत्र में इस घटना के बाद हंगामा होते-होते बचा। सिटी मजिस्ट्रेट ने भारी पुलिस बल के साथ पहुँच कर वहाँ नगर निगम के सहयोग से पाइप से सफाई करवाई और पशु के अवशेषों को गाड़ी में भरकर वहाँ से ले जाया गया। अपने घरों को खून से सना देख स्थानीय हिंदुओं ने माँग की कि पशु काटने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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