टिकटॉक ने ऐसा वर्ग को पैदा किया जो फेमस होने के लिए कुछ भी करने को तैयार थे। अब वो ऐप बैन है लेकिन इससे प्रभावित लोग अब भी वर्चुअल दुनिया के गुलाम हैं।
"हजारों लोगों की भीड़ थी, 400-500 लोगों में धकेला-धकेली। अनुशासन नहीं है। मेरे को ही धकेल रहे थे इधर से उधर। बात करते हैं बड़े-बड़े - ऐसा करो, वो करो। ये दूसरी बार हो रहा है।"