यह शिवसेना नहीं, मराठी मानुष और हिंदुत्व को तोड़ने का षडयंत्र है। जिसको कभी गली का कुत्ता भी नहीं पूछता था, आज वो उन्हें तोड़ने की प्लानिंग कर रहे हैं।
गुलजार आजमी ने कहा, "मोहब्बत जवानी में एक हवस होती है, असल मोहब्बत नहीं होती है, खाली हवस होती है। मोहब्बत उस वक्त होती है, जब 40 की उम्र पार हो जाती है।"