विषय
सुब्रमण्यम स्वामी
‘मुस्लिमों के ‘मालिकाना हक’ से ऊपर है हिन्दुओं का मौलिक अधिकार, नवम्बर में हमारे पक्ष में फैसला’
"हिंदुओं को पूजा करने का मौलिक अधिकार मुस्लिमों के संपत्ति के अधिकार से ऊपर है। जब भी दोनों के बीच कोई विवाद होता है, तो सुप्रीम कोर्ट हमेशा मौलित अधिकारों के पक्ष में फैसला सुनाता है। मुझे विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय नवंबर में हमारे पक्ष में अपना फैसला सुनाएगा।"
सियासत का स्वामी: जिसके कारण गॉंधी कठघरे में आए, वाजपेयी गए और रामसेतु बचा
स्वामी की ‘legacy’ के आकलन में पार्टी, विचारधारा और निष्ठा को एक ही चीज़ मानकर देखने पर वे शायद ‘मौकापरस्त’, नज़र आएँगे। लेकिन किसी नेता को आंकने के पैमाने के तौर पर उसके कर्म उसके शब्दों से अधिक सटीक होते हैं और स्वामी को इसी कसौटी पर परखा जाना चाहिए।
सर, मर चुके सांसदों के बीच लोकतंत्र भी मर गया: तानशाही को आज ही के दिन स्वामी ने मारा था ‘तमाचा’
पुलिस को चकमा दे स्वामी राज्यसभा में पहुँच चुके थे। सभापति बीडी जत्ती पिछले सत्र में मृत हुए सदस्यों की सूची पढ़ रहे थे। उनके खत्म करने से पहले ही स्वामी ने टोका, "सर, इस सूची में एक और नाम है। इन सत्रों के बीच लोकतंत्र भी मर गया है। इसलिए उसका नाम भी आपको शामिल करना चाहिए।"
‘इटैलियन और उनकी संतानों को हटाएँ, ममता बनर्जी संयुक्त कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष बनें’
"गोवा और कश्मीर के हालातों को देखते हुए मुझे लगता है कि यदि देश में भाजपा एकमात्र पार्टी बच गई तो इससे राष्ट्र का लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा। इसका हल क्या है? इटैलियन और उनकी संतानों को हटने के लिए कहें, ताकि उसके बाद ममता संयुक्त कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष बनें।"
बंगाल में निष्पक्ष, शांत चुनाव के लिए राष्ट्रपति शासन लगाना ज़रूरी: सुब्रमण्यम स्वामी
पश्चिम बंगाल में 6 चरण में मतदान हो रहे हैं। शुरुआती चरणों में सबसे ज्यादा हिंसक घटनाएँ पश्चिम बंगाल में हो रही हैं। आज भी वामपंथी नेता मोहम्मद सलीम पर हमला हुआ है।
अध्यक्ष ‘Buddhu’ रौल विंसी नेशनल इकोनॉमिक प्लानिंग एंड पॉलिसी में फेल है: सुब्रमण्यम स्वामी
स्वामी ने लिखा है कि स्मृति ईरानी की डिग्री पर प्रश्न करने वाली कॉन्ग्रेस की भुलक्कड़ प्रवक्ता को पहले प्री-थीसिस में फेल अपने पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी पर विचार करते हुए हुए उनसे उनकी थीसिस और एग्जाम रिजल्ट माँगना चाहिए।
काँचा इलैया जी, धूर्तता से सने शब्दों में आपका ब्राह्मण-विरोधी रेसिज़्म निखर कर सामने आता है
काँचा इलैया जैसे NGO-वादी, victimology पर आधारित मुफ़्त की रोटी तोड़ने वाले एक-दो साल के लिए शांत हो जाएँ, जातिवाद प्राकृतिक मौत मर जाएगा।
स्वामी ने जीते IIT-Delhi से ₹40 लाख, 47 साल पुराना मामला
न्याय में देरी की आड़ में हो रहे अन्याय के बारे में सोचने के लिए “सुब्रमण्यम स्वामी बनाम IIT दिल्ली” महज एक केस नहीं, एक जरूरी नजीर है।
‘प्रियंका गाँधी को मानसिक बीमारी, हिंसक होकर लोगों को पीटती है’
ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि प्रियंका गाँधी 4 फरवरी को कुंभ मेले में गंगा में डुबकी लगाने के बाद अपने राजनीतिक करियर की औपचारिक शुरुआत कर सकती हैं।