जानिए आदि कैलाश के बारे में जहाँ महादेव ने विश्राम किया। जागेश्वर का वो धाम जहाँ महामृत्युंजय भगवान निसंतानों की झोलियाँ भर देते हैं। साथ ही पार्वती कुंड की कुछ खास बातें।
कृष्णामूर्ति का कहना है कि वह उधार लेकर मंदिर नहीं बनाना चाहते थे, क्योंकि आने वाली पीढ़ी को उधार वापस करना पड़ता। दान से जुटाए पैसे। दीवाली में प्राण-प्रतिष्ठा।
गुजरात के खेड़ा जिले में स्थित प्रसिद्ध डाकोर मंदिर विवादों में घिर गया। मंदिर ट्रस्ट ने विशेष दर्शन के लिए ₹500 का शुल्क निर्धारित किया था। अब दी सफाई।