Monday, November 18, 2024

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इतिहास

‘तू भोजन कुत्ते की तरह चाट या मत खा’: हल्दीघाटी की एक अनसुनी कहानी में गद्दारों के लिए संदेश

महाराणा प्रताप ने मानसिंह जैसे कुलघाती से क्या कहा? उसके साथ कैसा व्यवहार किया? देश के गद्दारों को लेकर क्या सोचते थे प्रताप?

262 साल पहले जब दुर्रानी साम्राज्य को धूल चटा पेशावर में फहराया था मराठाओं ने केसरी झंडा

पुणे की सीमा से लगभग 2000 किलोमीटर दूर हासिल इस विजय ने मराठाओं के कीर्ति को दूर तक पहुँचाने में बहुत बड़ा योगदान दिया था।

बसंतर की लड़ाई: 1971 की जंग के नायक परमवीर चक्र विजेता मेजर होशियार सिंह दहिया की वीरता की कहानी

जब एक भारतीय मशीनगन का गनर वीरगति को प्राप्त हुआ तो उन्होंने खुद ही उसे सँभाल लिया। उस दिन दुश्मन के 89 जवान मारे गए......

तैमूर के वंशजों ने भारत को पनीर खाना सिखाया: कट्टरपंथियों का झूठ, ऋग्वेद में है सच्चाई

ऋग्वेद में पनीर का वर्णन, चरक संहिता व मानसोल्लास में इसके बनाने की विधि। लेकिन, फर्जी इतिहासकारों का कहना है कि भेड़-बकरी का दूध पीने वाले...

अलाउद्दीन खिलजी भारत का रक्षक था, वो सेक्युलर था: जावेद अख्तर ने बोला झूठ पर झूठ

उसके राज में हिन्दुओं को अच्छे कपड़े तक पहनने की इजाजत नहीं थी। लेकिन, जावेद अख्तर अलाउद्दीन खिलजी को भारत का सेक्युलर रक्षक मानते हैं।

‘सत्ता के लालच से कॉन्ग्रेस का वर्तमान धूमिल’ – बोस, जिन्होंने गाँधी-नेहरू को छोड़ फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की

कॉन्ग्रेसी नेता सत्ता लोलुप हो चुके थे। बोस ने इस कारण त्याग पत्र दे दिया और फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। 1947 से 4 साल पहले ही देश को आजाद...

जब नेहरू के रुख से 5 दिन में गिरी 67 लाशें: मराठियों को अलग महाराष्ट्र नहीं देना चाहती थी कॉन्ग्रेस

महाराष्ट्र का गठन कैसे हुए और नेहरू का एक्सपेरिमेंट क्यों फेल हुआ? यशवंतराव से लेकर ठाकरे और पवार कैसे उभरे?

हिटलर ने बंकर में अपने डॉक्टर से पूछा- आत्महत्या का सबसे अच्छा तरीका क्या – जहर या बंदूक की गोली?

आत्महत्या सायनाइड या गोली से? हिटलर ने डॉक्टर से पूछा। फिर सायनाइड का असर जाँचने के लिए अपनी प्यारी पालतू बिल्ली ब्लॉन्डी को उसने...

जहाँ एक नपुंसक ने मुग़ल शहजादों को औरतों के कपड़े में नचाया: लाल किला की कहानी

लाल किले की नींव अप्रैल 29, 1638 को रखी गई। इसी किले में एक सनकी रोहिल्ला ने मुगलों को औरतों के कपड़े में नचाया।

उम्माह के पैरोकार इक़बाल ने कैसे बदल दिया था ‘सारे जहाँ से अच्छा’ तराना: कट्टरपंथी थे Pak के जनक

अगर आप इस्लामी कट्टरपंथी अल्लामा इक़बाल का 'सारे जहाँ से अच्छा' गाते हैं तो आपको 'तराना-ए-मिल्ली' के बारे में जरूर जानना चाहिए।

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