हाल ही में, कई ट्वीट वायरल हुए थे, जिसमें यह दावा किया गया था कि एक लड़की ने अपने गुल्लक को तोड़ कर पीएम केयर्स फंड को 5,000 रुपए का दान दिया, लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
इस पूरे मामले को देखने के बाद यही प्रतीत होता है कि स्क्रॉल ने जानबूझकर भ्रामक शीर्षक दिया जिससे शीर्षक देखने पर ही यह प्रतीत हो कि उत्तर प्रदेश में मदद माँगने पर भी एफआईआर हो रही है।
"महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को शाहजहाँपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। हिन्दुओं, अब तुम्हारी बारी है। समय कोई दयालुता नहीं दिखाता। दूसरा मौका नहीं आएगा।"
गाजियाबाद पुलिस और अपराध शाखा की टीम ने कोरोना काल में दिल्ली-एनसीआर में रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी करते देश के प्रख्यात न्यूरो सर्जन मोहम्मद अल्तमश और उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया है।
कोरोना संकट से निपटने के लिए एक और बड़ी घोषणा की है। मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पटरी पर लाने के बाद योगी सरकार अब कोरोना के मरीजों को मुफ्त में रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी।
न्यूज 18 उत्तर प्रदेश ने कल सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान को गलत ग्राफिक्स के साथ दिखाने के लिए माफी माँगी है। चैनल ने अपनी गलती के लिए ट्वीट करके माफी माँगी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 3 दिनों में उत्तर प्रदेश में COVID-19 के नए मामलों में कमी आई है। राज्य में बेड, ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है।
यूपी सरकार के खिलाफ विनोद उपाध्याय ने याचिका दायर की थी, इस पर हाई कोर्ट ने 4 फरवरी 2021 को राज्य चुनाव आयोग को 30 अप्रैल तक पंचायत चुनाव को कराने का आदेश दिया था।