Sunday, November 17, 2024

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आध्यात्मिक जागरण का सनातन स्वर है महाशिवरात्रि: शून्यता के उस शिखर को छू लेने की परमरात्रि जहाँ से उद्घाटित होता है शिव तत्व

महाशिवरात्रि जीव को आत्मबोध तक पहुँचाने की रात्रि है। योग परम्परा के अनुसार बात की जाए तो ख़ुद को अस्तित्व से एकाकार करने की रात।

ऋतुराज बसंत: ज्ञान, संगीत, कला की उपासना से लेकर काम और मोक्ष का जीवंत उत्सव भी, जानिए पौराणिक-सांस्कृतिक महत्व

बसंत, बसंत पंचमी, मदनोत्सव, सरस्वती पूजा, होली की प्रारम्भिक शुरुआत, श्मशान में मौत के तांडव पर भारी जीवन का उत्सव – ऋतुराज बसंत यह सब कुछ है।

मकर संक्रांति: जीवन की गतिशीलता, चरम बोध और आनंद का उत्सव; सनातन संस्कृति के इस पर्व में छिपा है गूढ़ विज्ञान

भारत की सांस्कृतिक विरासत यूँ ही इतनी विविधताओं से भरा नहीं है। इन सबके पीछे छिपा है जीवन का सनातन सिद्धांत। ऐसे में जानिए मकर संक्रांति के पीछे क्या है?

नव-सृजन से हो नव-वर्ष का अभिनंदन! अँधेरे के बजाय सूर्य की पहली किरण से हो स्वागत

नव वर्ष के स्वागत के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे हर मन में सात्विक नव ऊर्जा का संचार हो। आखिर नव-सृजन से ही तो होना चाहिए नव-वर्ष का अभिनंदन!

जल छिड़क कर टॉक्सिक फोम से छुटकारा, केजरीवाल सरकार ने यमुना सफाई के 2000 करोड़ पर फेरा पानी: छठ पर लोगों ने घेरा

दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी जहरीले झाग से छुटकारा पाने के लिए यमुना नदी पर पानी छिड़क रहे हैं। इस कारनामे पर सोशल मीडिया पर लोग केजरीवाल सरकार के मजे ले रहे हैं।

धनतेरस पर ₹75000 करोड़ का बिका सोना, 15 टन गहने-सिक्कों का हुआ कारोबार: वापस लौटी Gold की चमक

धनतेरस पर देशभर में लगभग 75,000 करोड़ रुपए की लगभग 15 टन सोने की बिक्री हुई। दुकान पर जाकर खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में भी 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

नवरात्रि ‘कॉन्डम’ के बाद अब ‘ब्रा’: दुर्गापूजा के नाम धंधेबाजी पर भड़के नेटिजन्स, पूछा- कहाँ है ईद वाली ब्रा

हिंदू त्योहार को नीचा दिखाने के लिए ये कोशिश पहली बार नहीं हुई है। कुछ दिन पहले नाइका भी 'नवरात्रि' का टैग लगाकर कॉन्डम बेच रहा था।

‘4 फीट से ऊँची न हो दुर्गा प्रतिमा, सैनिटाइज कर स्थापित करें’: विरोध और बीजेपी MP तेजस्वी सूर्या के दखल के बाद BBMP ने...

दुर्गापूजा को लेकर अपना विवादित दिशा-निर्देश BBMP ने वापस ले लिया है। भेदभावपूर्ण और अतार्किक बताते हुए इन निर्देशों का लोग विरोध कर रहे थे।

ईश्वर के स्त्री रूप को समर्पित नवरात्रि: दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती स्त्री-शक्ति के तीन आयाम, जानिए क्या है इसका आध्यात्मिक पक्ष

नवरात्रि क्या है? मनाने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? क्यों है ये आदि सनातन परम्परा का वाहक? कुछ तो होगा इस उत्सव धर्मिता के पीछे का रहस्य?

दिगंबर के लिए ‘उत्तम क्षमा’ तो श्वेताम्बर कहेंगे ‘मिच्छामि दुक्कड़म्’: जानिए क्या है मानवीय विकृतियों पर विजय का महापर्व पर्युषण

पर्युषण पर्व जहाँ श्वेतांबर के लिए 8 दिन का होता है वहीं दिगंबर 10 दिन तक मनाते हैं। जिसे 'दसलक्षण' कहते हैं। ये दसलक्षण हैं- क्षमा, मार्दव, आर्जव, शौच, सत्य, संयम, तप, त्याग, आकिंचन एवं ब्रह्मचर्य।

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