गरुड़ प्रकाशन के बाद चेन्नई की फुटप्रिंट्स पब्लिकेशन ने दिल्ली दंगों पर आधारित मोनिका अरोड़ा की किताब प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। इसकी घोषणा पब्लिकेशन हाउस ने अपने ट्विटर हैंडल पर की है।
विलियम डेलरिम्पल अभी दिल्ली दंगों पर किताब के प्रकाशन को रुकवाने के कारण चर्चा में है। हालॉंकि यह पहला मौका नहीं है जब उसने अपनी जहरीली मानसिकता दिखाई हो।
शेखर गुप्ता ने आरोप लगाया कि ब्लूम्सबरी ने संजीव सान्याल, आनंद रंगनाथन और संजय दीक्षित जैसे लेखकों की धमकी के बाद दिल्ली दंगों पर किताब का प्रकाशन वापस लिया।
"उकसाने के लिए ताहिर ने कहा कि हिंदू लोगों ने संप्रदाय विशेष के कई लोगों को मार दिया, उनकी दुकानों को आग लगा दी है... किसी भी हिंदू को छोड़ना नहीं चाहिए।"
ब्लूम्सबरी इंडिया ने ज़िया उस सलाम और उज़मा औसफ़ द्वारा लिखित पुस्तक "शाहीन बाग: फ्रॉम ए प्रोटेस्ट टू ए मूवमेंट" प्रकाशित की है। उस किताब में शाहीनबाग के पूरे घटनाक्रम का उल्लेख किया गया है।