Saturday, November 16, 2024

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दिल्ली हिन्दू-विरोधी दंगे

महीनों से हिंदुओं पर हमले की योजना बना रही मुस्लिम भीड़ आख़िर पीड़ित कैसे? – 10 कहानियों से साफ होती तस्वीर

दिल्ली हिंदू विरोधी दंगों में छोटे से लेकर बड़े तक, जवान से लेकर बूढ़े तक और महिलाओं से लेकर बच्चों तक - हर कोई शामिल था। इसे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह लड़ाई एक दिन या CAA विरोध की नहीं बल्कि गजवा-ए-हिंद के सपने को साकार करने की थी।

कलीम ने दी थी पुलिसकर्मी पर पिस्टल तानने वाले शाहरुख को पनाह, दोनों के अब्बा तिहाड़ में थे साथ-साथ बंद

कलीम अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर है। दो साल से शाहरुख उसके संपर्क में था। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह 235 किलोग्राम गांजा तस्करी के पुराने केसों में वांछित है। मेरठ कोर्ट से उसके ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुका है।

व्रत था, कहा- मुझे जल्दी जाना होगा… क्या पता था कि वो सदा के लिए चले जाएँगे

“सुबह से भूखे थे। सुबह साढ़े आठ बजे घर से निकलते हुए उन्होंने कहा था कि उनके बॉस फील्ड में अकेले हैं। दंगे भड़क गए हैं। मुझे जल्दी जाना होगा...और चले गए। मुझे क्या पता था कि वो सदा के लिए चले जाएँगे। उस दिन उनकी तबीयत खराब थी, लेकिन फिर भी ड्यूटी चले गए।”

ताहिर हुसैन की पिस्टल, मोबाइल जब्त: AAP के MLA अमानतुल्लाह ने कहा- मुस्लिम होना सबसे बड़ा गुनाह

"आज ताहिर हुसैन सिर्फ इस बात की सजा काट रहा है कि वो एक मुस्लिम है। शायद आज हिंदुस्तान में सबसे बड़ा गुनाह मुस्लिम होना है। ये भी हो सकता है कि आने वाले वक्त में ये साबित कर दिया जाए कि दिल्ली की हिंसा ताहिर हुसैन ने कराई है।"

जब आप मुझे मेरे शब्दों के चयन पर ज्ञान देते हैं, उसी वक्त कोई ताहिर पेट्रोल बम बना रहा होता है

कट्टरपंथियों के घर के ऊपर युद्ध लड़ने के मकसद से पेट्रोल बम, एसिड, पत्थर और आग लगाने का सामान इकट्ठा दिख रहा है, और फिर भी आपको बताया जा रहा है कि ये 'हिन्दुओं द्वारा मुस्लिमों के सफाए की साजिश है', 'ये मुस्लिमों का पोगरोम है', 'ये मुस्लिमों का नरसंहार है'।

हाथ-पैर काट जिंदा आग में झोंक दिया: मुस्लिम भीड़ की क्रूरता पर ‘The Wire’ ने डाला पर्दा

दिलबर नेगी की उम्र महज 20 साल थी। दंगाइयों ने हाथ-पैर काट उन्हें जिंदा जला दिया था। मुस्लिम भीड़ की दरिंदगी को छिपाने के लिए प्रोपेगेंडा पोर्टल वायर ने लिखा है कि नेगी की मौत 'जलने के कारण हुए घाव से हुई'। न इस मामले में गिरफ्तार शाहनवाज का जिक्र है न नेगी के साथ हुई क्रूरता का।

तारिक ने दी थी ताहिर हुसैन को पनाह, दिल्ली पुलिस की हिरासत में लियाकत और रियासत भी

ताहिर हुसैन की हिंदू विरोधी दंगों में संलिप्तता को लेकर कई सबूत सामने आए हैं। अपना नाम सामने आने के बाद से वह फरार था। गुरुवार को उसे दिल्ली पुलिस ने धर दबोचा था। उस पर आईबी के अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है।

दिल्ली पुलिस ने हिन्दुओं को छोड़ मुस्लिमों पर लाठियाँ चलाई: रुबिका के शो में भद पिटवाने वाली स्वरा भास्कर

"अगर मैं दिल्ली दंगों में जाऊँगी तो मेरी पहचान हिन्दू बताई जाएगी... क्योंकि मैं हिन्दू हूँ, तो शायद दिल्ली पुलिस मेरे ऊपर शायद उस हक़ से लाठी नहीं मारेगी, जिस बर्बरता और हक़ से उसने एक मुस्लिम पर लाठी चलाई है।"

शाहीन बाग से भी जुड़े ताहिर हुसैन के तार: गाड़ियों में भरकर लोग भेजे जाते थे, कंटेनर और बोरियों में सामान

कंटेनर और बोरियों में भरकर क्या भेजा जाता था, यह अभी स्पष्ट नहीं है। चश्मदीदों ने शाहीन बाग के अलावा यूपी के संभल भी लोग और सामान भेजे जाने की बात कही है। ताहिर का घर दंगों का हेडक्वार्टर बनकर उभरा है।

गाजियाबाद और मेरठ से भी आए थे दंगाई, बांग्लादेशी आतंकियों के भी मिले हैं लोकेशन

दिल्ली और यूपी पुलिस की संयुक्त बैठक के बाद राजधानी से सटे इलाकों से भी दंगाइयों के आने की बात सामने आई है। कॉन्स्टेबल रतनलाल के हत्यारों की पहचान भी हो चुकी है। पुलिस पर हमला सोची-समझी साजिश के तहत किया गया था।

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