भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाक सेना की दो चौकियाँ पूरी तरह नष्ट कर दिन। साथ ही पाक सेना के एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित पाँच सैनिकों के मारे जाने की सूचना है।
58 वर्षीय बाजवा को नवम्बर 2016 में पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज़ शरीफ ने इस पद पर नियुक्त किया था। इसके बाद इमरान खान की सरकार ने भी बाजवा को इस पद पर रहने के लिए तीन साल का एक्सटेंशन दे दिया था।
इमरान खान ने एक साल के कार्यकाल में एक दिन के लिए भी छुट्टी नहीं ली थी। ऐसे में आर्मी चीफ से मुलाकात के बाद सभी सरकारी कामकाज को रोक दो दिन की छुट्टी पर चले जाना इस ओर संकेत कर रहे हैं कि सब कुछ ठीक नहीं है।
राजस्थान के एडीजी उमेश मिश्र ने बताया कि दोनों ही सैनिक अहम जानकायॉं आईएसआई की महिला जासूस से साझा कर रहे थे। दोनों को शिकार बनाने के लिए महिला ने उनके नंबर पर कॉल करने के लिए VOIP तकनीक का इस्तेमाल किया।
पाकिस्तान ने भारत में, भारत-पाकिस्तान सीमा से हज़ारों किलोमीटर दूर हुए एक हादसे को अपनी सेना की बहादुरी और भारत की शिकस्त बताते हुए प्रोपेगंडा करने की कोशिश की है।
इसके पहले रविवार (20 अक्टूबर, 2019) को भारतीय सेना ने LOC के उस पार तंगधार और मेंढर सेक्टरों के आमने सामने स्थित 4 आतंकी लॉन्च पैडों को नेस्तनाबूद कर दिया था।
“हमें सूचना मिली थी कि केरन, तंगधार व नौगाम सेक्टरों के विपरीत पीओके इलाके में आतंकवादी शिविर चल रहे हैं। इन्हें निशाना बनाया गया और उनका समर्थन करने वाले लोग, पाकिस्तानी चौकियाँ भी हमारी जवाबी कार्रवाई की जद में आए।”
पाकिस्तानी सेना देश के बजट का 17-22% लेती है। बावजूद इसके कि वह खुद 100 अरब डॉलर के आर्थिक साम्राज्य की मालिक है, जो बैंकिंग, सीमेंट, रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में पसरा हुआ है। हाल ही में उसने सरकार से खनन, तेल और गैस का काम भी अपने हाथों में ले लिया है।