किसान नेता राकेश टिकैत ने जम्मू जाने के दौरान कहा था कि कोरोना नियमों का पालन करते हुए आंदोलन को जारी रखा जाएगा। ये कोई शाहीन बाग नहीं है, जिसे कोरोना वायरस के नाम पर खत्म किया जा सकता है।
टिकैत ने यह भी बताया कि वह कोरोना का पहला डोज लगवा चुके हैं। बाकी किसानों को टीका लगवाने के लिए आसपास के निजी अस्पतालों और प्रशासन के बीच बातचीत हो रही है।
टिकैत ने कहा, “हमारे लोग लिंचिंग में शामिल नहीं थे। हमारे लोगों ने काले झंडे जरूर दिखाए लेकिन घटना में उनकी कोई संलिप्ता नहीं है। ये सब किसानों को बदनाम करने के लिए किया गया है।”
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि बाहरी नेताओं से राजस्थान में वामपंथी दल सियासी जमीन तैयार नहीं कर पाएँगे। बेनीवाल ने टिकैत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि बाहरी नेता राजस्थान में किसानों की भीड़ नहीं जुटा सकता।