विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि राजनीतिक मतभेदों के बहाने राज्य में हिंसा, आगजनी और बर्बरता की घटनाओं ने न केवल देश को शर्मसार किया है, बल्कि लोकतांत्रिक मर्यादाओं को भी तार-तार किया है।
मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि साधु-संतों के आशीर्वाद से उत्तराखंड में लव जिहाद के बहुत अधिक मामले नहीं है किन्तु वह इस पर ध्यान दे रहे हैं और जल्दी ही इस पर बड़ा निर्णय लिया जाएगा।
“भले ही आप लोग 90% से ऊपर होंगे किन्तु विधायक असलम जी डासना के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती जी के पवित्र स्थल पर कोई दुस्साहस मत कर बैठना। जनता ने आपको विकास व सुरक्षा के लिए चुना है, धौंस, धमकी या दंगे के लिए नहीं।”
आसिया का कहना है कि उसके पति को कहीं छुपा दिया गया है और उसका मोबाइल बंद कर दिया गया है। जब वह अपने पति के परिवार के घर गई, तो उसे शिहाब ने हत्या की धमकी दी थी।