श्री अजीत भारती को उनके मित्र अलख सुंदरम् ने बताया कि गोरों की जमीन पर जाते ही मुँह पर मुल्तानी मिट्टी लगा कर घूमें ताकि ऑक्सफोर्ड में उन्हें ब्राउन समझ कर कोई दुष्टता न कर दे।
पोटेंशियल हार्वर्ड एसोसिएट प्रोफेसर निधि राजदान ने कहा कि प्रोफेसर के तौर पर ज्वाइन करने की बातें हार्वर्ड नहीं बल्कि 'व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी' से जारी की गईं थीं।
एमबीए के दौर में इवेंट मैनेजमेंट एक विषय बन चुका है, और आंदोलन में ग्लैमर की कमी हमेशा रही। अगर आंदोलन आदि व्यवस्थित तरीके से नहीं होंगे, तो इस विषय को शादी की प्रीवेडिंग फोटोशूट और 'राते दीया बुता के पीया क्या-क्या किया' वाले नाच तक में ही समेट दिया जाएगा।