Friday, November 22, 2024

विषय

AltNews

AltNews मतलब मजहबी प्रोपेगेंडा: फैक्ट चेक की आड़ में इस फैक्ट्री में गढ़े जाते हैं झूठ

AltNews की रिपोर्ट आज देख लीजिए या कल... उनकी प्रतिबद्धता केवल इस्लामी कट्टरपंथियों के लिए ही देगी। फैक्ट चेक की फैक्ट्री के नाम पर यहाँ...

ऑल्टन्यूज के जुबैर ने BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया के दावे पर उठाए सवाल, फिर खुद लगाई मुहर

गौरव भाटिया द्वारा ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते ही ऑल्टन्यूज के सह-संस्थापक जुबैर ने उछलकर ऑल्टन्यूज के कथित फैक्ट चेक का एक लिंक डाला।

Alt न्यूज का फैक्ट चेक फिर से सवालों के घेरे में, पेट्रोल पंप पर नोट फेंकने वाले इलियास को बताया पैरलाइज़्ड

Alt न्यूज को समुदाय विशेष के कुकर्मों पर पर्दा डालने के लिए जाना जाता है। जब हर जगह इनकी विवादित हरकतों पर सवाल उठते हैं। तब.....

जैन समुदाय खिला रहा था खाना: ‘ऑल्टन्यूज़’ वालों ने बताया धार्मिक कार्यक्रम, लॉकडाउन का उल्लंघन

अब आप समझ जाइए कि जब 'ऑल्टन्यूज़' के कर्ताधर्ता ऐसे काम करते हैं तो उनका प्रोपेगेंडा पोर्टल कैसे चलाया जाता होगा। बैनर पर आमजनों और पशु-पक्षियों को खाना खिलाने की बात स्पष्ट लिखी हुई है फिर भी...

तबलीगी कारनामे की लीपापोती में जुटा ध्रुव राठी और गैंग, फैलाया 8 फैक्ट चेक (फर्जी) का प्रोपेगेंडा

जब 50 करोड़ हिन्दुओं को कोरोना से खत्म करने की दुआ करता मौलवी गिरफ्तार होता है, या फिर TikTok पर युवक इसे अल्लाह का कहर बताते नजर आते हैं, तो लोगों की जिज्ञासा एक बार के लिए मुस्लिम समुदाय पर सवाल खड़े जरूर कर देती है। ऑल्ट न्यूज़ जैसे फैक्ट चेकर्स के कंधे पर बंदूक रखकर दक्षिणपंथियों के दावों को खारिज करने का दावा करने वाला ध्रुव राठी यहाँ पर एक बार फिर सस्ती लोकप्रियता जुगाड़ते व्यक्ति से ज्यादा कुछ भी नजर नहीं आते।

‘वायर’ बना लायर: फैलाया झूठ, केस दर्ज होने पर ‘प्रपंची जात भाई’ ऑल्टन्यूज कूदा बचाव में

प्रोपेगेंडा वेबसाईट TheWire एक फर्जी खबर चलाता है - योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ। सरकार के द्वारा FIR दर्ज की जाती है। इससे स्वघोषित फैक्ट-चेकर प्रतीक सिन्हा बौखला जाता है। इसे लेकर वह न सिर्फ ANI पर सवाल उठाता है बल्कि प्रेस स्वतंत्रता से भी जोड़ देता है।

बेटे के बाद अब मम्मी ने फैलाई फर्जी खबर: स्वघोषित ‘फैक्ट चेकर’ की मम्मी ने शेयर की फर्जी फोटो

निर्झरी सिन्हा यानी, प्रतीक सिन्हा की मम्मी ने इस तस्वीर के जरिए PM मोदी के 21 दिनों के लॉकडाउन के ऐलान का उपहास करने का प्रयास किया लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ दिन से माँ-बेटों के षड्यंत्र को ज्यादा बल मिल नहीं पा रहा है।

ऑल्ट न्यूज के सिन्हा, प्रिंट वाले गुप्ता ने फेक अकाउंट को रीट्वीट कर फैलाई झूठी जानकारी, पकड़े जाने पर ट्वीट डिलीट

...चोरी पकड़ी इसलिए गई, क्योंकि इस ट्विटर अकाउंट ने नाम तो बदल लिया लेकिन वो अपना यूजरनेम या फिर ट्विटर हैंडल का नाम नहीं बदल पाए। तैयारी अधूरी रह गई और प्रपंच पकड़ा गया। इसका मतलब है कि प्रतीक सिन्हा ने एक फेक अकाउंट का ट्वीट शेयर किया।

कुछ आवाज़ें भी कुछ जला सकती हैं: प्रतीक सिन्हा की जली तो रुबिका पर किया हमला, लग गई क्लास

रुबिका ने लिखा- "इस ट्वीट में कोरोना का कोई ज़िक्र नहीं सदमेश्वर! मेरे ट्वीट का ‘प्रतीक’ बनने के लिए शुक्रिया! गहरा सदमा लगा है ‘Fearleaders’ को।" रुबिका के इस जवाब के बाद प्रतीक को कुछ नहीं सूझा और वो भाग खड़े हुए।

ब्राह्मणों और जाटों से दूर रहेगा कोरोना? ये तस्वीर इतनी फेक है कि ‘ऑल्ट न्यूज’ ने भी फैक्टचेक नहीं किया

पीएम मोदी का साबुन वाला ट्वीट देखते ही 'भालू' ने अपने एक इंटर्न को एक कोरोना वायरस खोज कर उसका बयान लाने को कहा है। बयान ये होना चाहिए कि कोरोना साबुन से नहीं डरते। अन्य ख़बरों में दावा किया गया है कि उक्त इंटर्न मीडिया की नौकरी छोड़ कर सन्यस्थ हो गया है।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें