ग्रीन जोन में शामिल अमेठी में कॉन्ग्रेस की वजह से कोरोना का पहला मरीज सामने आया है। अमेठी के डीएम अरुण कुमार ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि......
1998 में बंद पड़ी एक कंपनी के अधिग्रहण के लिए 2009 में सेल को मजबूर किया गया। प्रचार ऐसे किया गया मानो बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा। नतीजा सिफर रहा। 10 साल बाद भी जमीन का टाइटल सेल के नाम ट्रांसफर नहीं हुआ है।
ये पहली बार नहीं है जब IAS प्रशांत कुमार विवादों में आए हों। इससे पहले भी उन पर कोर्ट की अवमानना करने का आरोप लगा था। इसके अलावा इसी साल जनवरी में गलत जानकारी देने के आरोप में उन पर गैर-जमानती वारंट भी जारी हो चुका है।
आम चुनावों के बाद अमेठी में भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के करीबी रहे सुरेंद्र सिंह को रात के करीब तीन बजे गोली मारी गई थी। इस मामले में पुलिस ने वसीम को गिरफ्तार किया था।
2017 में गरिमा की जीत को भाजपा ने संजय सिंह के खिलाफ जनादेश बताया था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अब राजपरिवार के विवाद पर भाजपा का क्या स्टैंड होगा।
"मजरूल और कुछ अन्य लोग मुझ पर लगातार सेंटर बंद करने का दबाव बना रहे थे। उन्हें जलन थी कि मेरे जैसा दलित कैसे मुस्लिम बहुल इलाके में सफलतापूर्वक एक कोचिंग सेंटर चला सकता है, जबकि उनके समुदाय के लोग ऐसा करने में विफल रहे।"
इससे पहले मई में वायनाड के कर्ज में डूबे 53 वर्षीय किसान दिनेश कुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। दिनेश ने तीन बैंकों से 10 लाख रुपए का कर्ज लिया था और बैंक वसूली के लिए उस पर दबाव बना रहे थे। इससे आजिज आकर उसने आत्महत्या कर ली थी।