मोजो में दिखाई गई तस्वीर शोपियां की है जिसका दावा कठुआ जिले का होने से किया गया है। जिस पर फ़ोटोग्राफ़र अहमर ख़ान ने ट्विटर पर बरखा दत्त और उनके मीडिया वेंचर से जवाब माँगा है।
महाराष्ट्र के भाजपा विधायक आशीष शेलार ने सुसैन वॉकर मोफत के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। इसके साथ ही भाजपा विधायक ने सुसैन वॉकर के खिलाफ कथित वित्तीय अनियमितताओं की जाँच की भी माँग की है।
विशाल ने खुद को 'नारीवादी' बताते हुए कहा कि वो भी महिलाओं के मुद्दों की परवाह करते हैं, लेकिन रिया के खिलाफ FIR को 'महिलाओं से घृणा करने वाला' बताना गलत है।
बरखा दत्त ने सुशांत सिंह की थेरेपिस्ट के इस बयान से ठीक एक दिन पहले एक ट्वीट में लिखा था कि जिस तरह उनकी जिंदगी से संबंधित मुद्दों पर बात हो रही है उस पर उन्हें दुःख है।
इतना सब होने के बावजूद भी बरखा दत्त और उनकी लॉबी के ये लोग मानने को तैयार नहीं हैं कि उनसे कोई गलती हुई है। साल 2004 में भले ही कोई बरखा या एनडीटीवी से जवाब माँगने वाला नहीं था। लेकिन अब.........
राणा अयूब ने कहा था कि नैतिक रूप से भ्रष्ट होने के कारण भारत में हर कोई अंदर से इतना ‘मरा’ है, कि एक वायरस इन्हें (भारतीयों को) क्या मार सकता है? इस असंवेदनशीलता के लिए उसे जमकर लताड़ लगी थी। लेकिन आयशा रेना और लदीदा ने उसका समर्थन किया है।
"मैं अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हूँ, मेरा बच्चा भी अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ना चाहता था लेकिन वह पहले ही देश के लिए कुर्बान हो गया। जरूरत पड़ी तो अपने अन्य दोनों बच्चों और खुद को भी इस लड़ाई में देश के लिए कुर्बान कर दूँगी।"