2015 में PM नरेंद्र मोदी ने बिहार को सवा लाख करोड़ रुपए के पैकेज का वादा किया था, क्या 'बचा-खुचा काम' से नीतीश कुमार का इशारा यही था? स्थिरता बिहार की आवश्यकता है और 2025 में राजद को रोकने के लिए मौजूदा गठबंधन का इसी स्वरूप में रहना आवश्यक है।
2019 में चंद्रबाबू नायडू विपक्षी एकता के लिए राज्य-राज्य घूमे थे, 2024 का I.N.D.I. गठबंधन नीतीश कुमार की ही देन है। दोनों नेता वर्षों से Kingmaker की भूमिका खोज रहे थे और उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव के परिणामों ने ये मौका दे दिया है।
हर्ष राज के परिजनों ने इसे राजनीतिक हत्या बताते हुए कहा कि हर्ष राज पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले थे। छात्र समूहों में वो खासा लोकप्रिय हो गए थे।