Sunday, September 1, 2024
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‘ईदगाह के पास है बरगद का पेड़, नहीं करने देंगे पूजा’: बिहार के मधुबनी में वट सावित्री पूजा करने आई महिलाओं पर हमला, पिछले साल भी हुआ था बवाल

हिंदू महिलाओं के पूजा करने के समय मुस्लिम पक्ष के दर्जनों लोग मौके पर पहुँच गए और पूजा-पाठ कर रही महिलाओं और पुरुषों को अपना निशाना बनाया।

बिहार के मधुबनी में वट सावित्री व्रत के बाद पूजा कर रही हिंदू महिलाओं और पुरुषों पर मुस्लिमों की भीड़ ने धावा बोल दिया। इस हमले और मारपीट में एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि ईदगाह से करीब 50 फीट की दूरी पर पुराना बरगद का पेड़ है, जहाँ हिंदू समुदाय प्राचीन समय से ही पूजा करता आ रही है, लेकिन मुस्लिम समुदाय पिछले कुछ सालों से विरोध करता आ रहा है। इस बार भी जब हिंदू पूजा करने लगे, तो मुस्लिमों ने मना किया और फिर हमला बोल दिया।

लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के मधुबनी जिले में स्थित बासोपट्टी पूर्वी पंचायत के कौआहा में वट सावित्री पूजा के दौरान मुस्लिमों की भीड़ ने हिंदुओं पर हमला कर दिया। ये हमला गुरुवार (06 जून 2024) को हुआ, जहाँ पूजा कर रहे हिंदू पक्ष पर हमला बोल दिया गया, जिसके बाद दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस हमले में कई लोग घायल हो गए, जिसमें कई महिलाएँ भी शामिल हैं। घायलों को बासोपट्टी सीएचसी में भर्ती कराया गया। इस दौरान मौके पर लोगों को समझाने पहुँची बासोपट्टी पुलिस के कई जवानों को भी चोटें लगी हैं। इस घटनाक्रम के बाद पूरे गाँव में तनाव का माहौल है और एसडीओ बीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस गाँव में कैम्प कर रही है।

ग्रामीणों के मुताबिक, कौआहा स्थान के एक सैरात के पोखरा के दक्षिणवारी भिंडा पर ईदगाह है। उसकी चारदीवारी से करीब 50 फुट की दूरी पट वट का वृक्ष है। यहाँ हिंदू पक्ष के लोग पूजा करते रहे हैं, तो मुस्लिम पक्ष इसे ईदगाह की प्रॉपर्टी बताता है और उस पर हक जमाता है। पिछले साल भी यहाँ पर विवाद हुआ था और इस साल भी जमकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई है। प्रशासन का कहना है कि वट वृक्ष और जिस जमीन पर वृक्ष है, उस जमीन के कागजात किसी के भी पास नहीं है।

जानकारी के मुताबिक, हिंदू महिलाओं के पूजा करने के समय मुस्लिम पक्ष के दर्जनों लोग मौके पर पहुँच गए और पूजा-पाठ कर रही महिलाओं और पुरुषों को अपना निशाना बनाया। यही नहीं, यहाँ पर पथराव भी हुआ। सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो कई पुलिस कर्मी भी घायल हो गए, जिसके बाद कई अधिकारी मौके पर पहुँचे और एसएसबी जवानों ने गाँव में फ्लैग मार्च किया।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार, बीडीओ अजीत कुमार, सीओ पूजा कुमारी, इंस्पेक्टर सरवर आलम जैसे अधिकारियों ने पुलिस और एसएसबी जवानों के साथ फ्लैग मार्च किया। थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार ने बताया कि गाँव में स्थिति नियंत्रण में है। थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार ने बताया कि मामले को लेकर दोनो पक्षों से प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। तीसरी प्राथमिकी पुलिस के तरफ से भी दर्ज की गई है। इसमें दोनों पक्षों से 30 से ऊपर लोगों को नामजद किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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