भाजपा नेता मनीष शुक्ला की कथित तौर पर तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों द्वारा की गई हत्या के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने मामले की जाँच सीआईडी को सौंप दी है।
बंगाल भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता को पहले पुलिस द्वारा पीटा गया। फिर पुलिस ने गोली मार दी जिससे उनकी मृत्यु हो गई। घोष का कहना है कि यह मृत्यु नहीं है बल्कि हत्या है।
बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने टाइम्स नाउ की उस रिपोर्ट को बकवास बताया है जिसमें राज्य के 21 पार्टी नेताओं के टीएमसी में शामिल होने का दावा किया गया था।
‘‘यह सच है कि कोविड-19 के कारण कोई बड़ा उत्सव नहीं होगा, लेकिन बुधवार को पूर्ण लॉकडाउन लागू करने का निर्णय तृणमूल सरकार की सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाता है।”