292 में से 42 यौन शोषक पादरी ऐसे हैं, जिनके नाम पहली रिपोर्ट में भी दर्ज थे और उनके नाम दूसरी रिपोर्ट में भी मौजूद हैं। वेटिकन के पदाधिकारी इस दौरान लापरवाह रहे।
फ्रांसिस्कन क्राइस्ट कॉन्ग्रेगेशन (FCC) से सिस्टर लूसी कलापुरा को बर्खास्त करने के कुछ दिनों बाद उन्हें वेटिकन द्वारा तुच्छ आरोपों के मद्देनजर हटा दिया गया।