सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक पाकिस्तान में मंदिर बनाने या बुतपरस्ती करने पर उसे खुद बम से उड़ाने की बात कहते हुए देखा जा सकता है।
केरल हाईकोर्ट ने 2011 में सरकार से मंदिर के प्रबंधन और संपत्तियों को नियंत्रण में लेने को कहा था। इस फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी गई और उसने प्रबंधन में राजपरिवार के अधिकार को मान्यता दी है।
पाकिस्तान के प्रताड़ित हिंदुओं ने जिस फतवा के आगे झुकने से इनकार कर दिया था, उसके सामने इमरान खान की सरकार ने घुटने टेकते हुए मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी है।